
उन्नाव,18 मार्च 2025
जिले के हसनगंज तहसील के सुंदरपुर गांव की तीन बहनों ने कड़ी मेहनत और संघर्ष से अपने पिता का सपना पूरा कर दिखाया। 2017 में होमगार्ड पद पर तैनात उनके पिता रविंद्र कुमार का बीमारी के चलते निधन हो गया था, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पिता की मौत के बाद बड़ी बेटी कल्पना को 2018 में नौकरी मिली, जिससे घर का खर्च चलने लगा।
तीनों बहनों—कल्पना (25), अर्चना (23) और सुलोचना (21)—ने यूपी पुलिस में भर्ती होने का सपना देखा और कठिन परिश्रम से इसकी तैयारी की। कल्पना दिन में ड्यूटी करने के बाद रात में पढ़ाई करती थी, जबकि दोनों छोटी बहनें घर के कामों के साथ पढ़ाई में जुटी रहीं। जब योगी सरकार ने पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित की, तो तीनों बहनों ने आवेदन किया। उन्हें उम्मीद थी कि कम से कम एक बहन का चयन जरूर होगा, लेकिन जब रिजल्ट आया, तो तीनों ने सफलता हासिल कर ली।
बेटियों की इस सफलता से मां राजकुमारी बेहद भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, “मेरे पति का सपना था कि हमारी बेटियां पुलिस की वर्दी पहनें, आज वह सपना पूरा हो गया। बच्चियों ने कभी हार नहीं मानी और संघर्ष कर अपना लक्ष्य हासिल किया।” कल्पना ने बताया कि पिता की मौत के बाद परिवार उन्नाव शहर आकर सिविल लाइंस इलाके में किराए पर रहने लगा। वहां वह दिन में आठ घंटे ड्यूटी करने के बाद बाकी समय पढ़ाई में लगाती थीं।
अब जब तीनों बहनों का चयन हो गया है, तो पूरा परिवार बेहद खुश है। उनकी सफलता न केवल उनके पिता के सपने को साकार करने वाली है, बल्कि यह संघर्ष और मेहनत की मिसाल भी बन गई है।






