अंशुल मौर्य
वाराणसी, 31 जनवरी 2025:
मौनी अमावस्या के महापर्व के बाद भी वाराणसी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है। लाखों भक्त गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित करने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जुट रहे हैं। जिला प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के जरिए नियंत्रित तरीके से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है।

विशेष व्यवस्थाएं लागू
मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा और सुविधाओं के विशेष इंतजाम किए हैं। अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती, स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छता प्रबंधन और दर्शन मार्गों को सुगम बनाने के लिए विशेष लाइन व्यवस्था लागू की गई है। इससे श्रद्धालुओं को आसानी से बाबा के दर्शन का अवसर मिल सकेगा।

रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़, ट्रेनों का संचालन प्रभावित
महाकुंभ स्नान के बाद वाराणसी में करीब 20 लाख श्रद्धालु मौजूद हैं। ट्रेनों के निरस्त होने से पांच लाख से अधिक यात्री वाराणसी में फंसे हुए हैं, जबकि ढाई लाख से अधिक लोगों ने अपनी यात्रा टाल दी है। दिल्ली, आगरा वंदे भारत समेत 26 ट्रेनों के रद्द होने के कारण वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई है। रेलवे प्रशासन यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोककर व्यवस्था संभाल रहा है।

देर रात तक खुला मंदिर, लाखों भक्तों ने किए दर्शन
प्रशासन के अनुसार, बुधवार रात 1 बजे तक मंदिर के पट खुले रहे और अब तक 63 लाख 86 हजार 183 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं। बीते 48 घंटों में 30 लाख से अधिक श्रद्धालु काशी पहुंचे हैं। भक्तों को दर्शन के लिए 12 से 14 घंटे तक कतार में लगना पड़ रहा है।
प्रवेश मार्गों पर सख्त नियम
श्रद्धालुओं को मैदागिन मार्ग से आने पर नीचीबाग से गेट नंबर 04 से मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। गंगा द्वार से आने वाले भक्तों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट से लाइन में लगना पड़ रहा है। गोदौलिया से सीधे प्रवेश न मिलने के कारण दशाश्वमेध पुलिस चौकी से ‘जिग जैग’ कतार में गुजरना पड़ रहा है।
भक्तों की भारी भीड़ के कारण प्रशासन ने मंदिर के दर्शन का समय रात 1 बजे तक बढ़ा दिया है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकें।
