लखनऊ, 3 अगस्त 2025:
यूपी के दर्जनभर जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हो चुके हैं। राज्य सरकार ने हालात को नियंत्रित करने और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम देने के लिए मंत्रियों की ‘टीम-11’ का गठन किया है। यह टीम बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यों की निगरानी करेगी और जरूरतमंदों तक तत्काल सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाएगी।
सीएम ने टीम में शामिल मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे संवेदनशीलता, तत्परता और पारदर्शिता के साथ कार्य करें और अपने प्रभार वाले जिलों में रात्रि विश्राम भी करें ताकि जमीनी स्तर पर राहत कार्यों की वास्तविक निगरानी सुनिश्चित हो सके। साथ ही, संबंधित जिलों के डीएम, एसपी, सीएमओ और अन्य अधिकारियों को 24 घंटे फील्ड में रहकर हालात पर नजर रखने को कहा गया है।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित नागरिकों की सुरक्षा के साथ ही उन्हें भोजन, आवास और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने मंत्रियों को अपने जिलों में तुरंत पहुंचने, राहत शिविरों का निरीक्षण करने और प्रभावित परिवारों से मिलकर राहत कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को तटबंधों की सतत निगरानी, जलभराव वाले क्षेत्रों से लोगों की सुरक्षित निकासी, और राहत शिविरों में भोजन, दवा, साफ-सफाई व महिलाओं-बच्चों को जरूरी सुविधाएं देने को कहा गया है।
टीम में जिलावार मंत्रियों की जिम्मेदारी
-नंद गोपाल गुप्ता नंदी – प्रयागराज, मिर्जापुर, बांदा
-स्वतंत्रदेव सिंह एवं संजय गंगवार – जालौन
-स्वतंत्रदेव सिंह एवं प्रतिभा शुक्ला – औरैया
-रामकेश निषाद – हमीरपुर
-जयवीर सिंह – आगरा
-सुरेश खन्ना – वाराणसी
-संजय निषाद – कानपुर देहात
-दया शंकर मिश्रा दयालु – बलिया
-धर्मवीर प्रजापति – इटावा
-अजीत पाल – फतेहपुर