
संतोष देव गिरि
मिर्जापुर, 2 अगस्त 2025 :
यूपी के मिर्जापुर में उफना रही गंगा नदी के विकराल रूप को देख नदी किनारे बसे गांवों के हजारों ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोग खेत-खलिहान से लेकर घर की दहलीज तक बाढ़ का पानी आने से सुरक्षित ठिकानों की ओर चल दिये हैं।

नगर क्षेत्र के गली मोहल्लों की ओर बढ़ रहा पानी
बता दें कि ओझला पुल के पास गंगा का जलस्तर 76 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है, जबकि चेतावनी स्तर 76.724 मीटर है। स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने नगर निगम और सिंचाई विभाग को अलर्ट पर रखा है। नगर क्षेत्र के विंध्याचल, नारघाट सुंदर घाट, लोहिया तालाब इत्यादि इलाकों में गंगा नदी का पानी गली, मोहल्लों की ओर बढ़ता हुआ दिखाई देने लगा है। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से लोग सहम उठे हैं। लोगों का मानना है कि यदि इसी प्रकार से गंगा नदी का पानी बढ़ता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब 1978 का रिकार्ड टूट जाए। ग्रामीणों का कहना है कि पानी पहले से काफी तेजी से चढ़ रहा है और यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले कुछ ही घंटों में कई घर जलमग्न हो सकते हैं।

कई ब्लाकों के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आए
छानबे, सीटी, पहाड़ी विकास खंड सहित सीखड़ नारायनपुर विकास खंड क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ के प्रभाव से जूझ रहे हैं यहां लगातार पानी बढ़ता जा रहा है। बाढ़ के कारण लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर दिया है। कई इलाकों में खेत-खलिहान, बाग-बगीचे बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं। इससे जहां मवेशियों के समक्ष हरे चारे की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है तो वहीं जन-जीवन भी अस्त-व्यस्त हो उठा है। लोग बाढ़ के पानी से बचने के लिए आस-पास के गांवों सहित अपने सगे-संबंधियों के यहां पनाह ले रखी हैं।
कैबिनेट मंत्री व अफसरों ने लिया जायजा
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने कोन ब्लाक के हरसिंगपुर मल्लेपुर गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में समुचित व्यवस्था करने के साथ राहत शिविरों में ग्रामीणों के खानपान, रहने की उत्तम व्यवस्था के लिए प्रशासन को निर्देश दिया है। पशुओं को रहने और चारा के उत्तम प्रबंध के लिए निर्देश दे कहा कि प्रभावित इलाकों में राहत देने में कोई कोताही ना हो। वहीं एसडीएम गुलाब चंद ने बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय करने, नावों की व्यवस्था करने और निचले इलाकों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए।






