वाराणसी,17 सितम्बर 2024
वाराणसी। दो दिवसीय काशी दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगर के शास्त्री घाट पर घटी घटना पर नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर कार्यशैली नहीं बदली तो कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को फटकार लगाते हुए उन्होंने पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल, ठेकेदार और संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया। निर्देश दिया जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करते हुए इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सरकार किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। बता दें, 12 सितंबर को लाल बहादुर शास्त्री घाट पर नवनिर्मित गुंबद गिरने से एक मजदूर व जानवर की मौत हो गई थी।
सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शास्त्री घाट पर निर्मित सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुर्ननिर्माण किया जाएं तथा पूरे क्षेत्र की बैरिकेडिंग जरूर करें। घाटों पर लगने वाले पत्थरों के नमूने पहले जांच लें तथा उसी की आपूर्ति सुनिश्चित हो ताकि कार्य की गुणवत्ता बनी रहे। उन्होंने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के सभी कार्यों की जांच कराकर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि निमार्णाधीन सभी कार्यों के पूरा होने पर संबंधित विभाग हैंडओवर ले, तभी परियोजना को लोकार्पित कराये, इसका जरूर ध्यान दिया जाये। कार्य की गुणवत्ता पर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिये। रोपवे परियोजना निर्माण में अनावश्यक विलंब पर नाराजगी जतायी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि तीन स्टेशन दिसम्बर तक तथा बचे स्टेशन को मार्च तक पूरा करा लिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना तभी पूरी होगी, जब ग्राम सभा आत्मनिर्भर होगी। इसके लिए सभी ग्राम पंचायत में बने सचिवालय को आय का जरिया बनाया जाये। इसके लिए जिला पंचायत, नगर निगम आय का जरिया तलाशते हुए स्वयं की आय बढाए। कहा कि नवनियुक्त प्रभारी मंत्री के साथ एक कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो ताकि जिले की समस्या का समाधान जिले मे हो सके।
मुख्यमंत्री ने नगर निगम को स्वच्छता, सेनिटेशन, प्लास्टिक मुक्त शहर, स्ट्रीट डॉग, निराश्रित गोवंश को गौशाला में शिफ्ट करने, नये शामिल क्षेत्रों मे सभी बुनियादी सुविधाओं को देने तथा सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को निर्देशित किया। उन्होंने देशी पद्धति पर सेनिटेशन की व्यवस्था के लिए प्रोजेक्ट बनाने को निर्देशित किया। भवनों के बेसमेंट में पार्किंग सुनिश्चित की जाएं ताकि सड़क पर अनावश्यक गाड़ियों को न खड़ा किया जाये। सभी जर्जर भवन को विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम टीम बनाकर चिह्नित करते हुए कार्रवाई करें ताकि किसी जान-माल का नुकसान नहीं होने पाये।
बैठक के प्रारंभ में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मुख्यमंत्री के समक्ष शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस तथा लोकनिर्माण की विभिन्न निमार्णाधीन परियोजनाओं की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से रखी। बैठक के पश्चात सीएम योगी ने देर रात कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यदायी संस्थाओं और अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से काम पूरा कराने की हिदायत दी। कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया। वहां से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बने शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। राहत शिविर में रहने वालों से हालचाल पूछा। उन्हें खाद्य सामग्री दी। बच्चों को टॉफी भी बांटी। इसके बाद सीएम ने सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया।