
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 19 दिसंबर 2024:
यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले युवक प्रभात पांडेय का शव पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार सुबह गोरखपुर में उनके पैतृक आवास ले जाया गया। इस दौरान रिश्तेदारों, करीबियों के साथ बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। सभी लोग प्रभात की मौत पर दुखी थे।
प्रभात पांडेय (30) मूल रूप से गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र के देईपार निवासी दीपक पाण्डेय के इकलौते बेटे थे।
प्रभात की दो छोटी बहनें हैं। प्रभात की एक बहन की शादी हो चुकी है। फिलहाल, प्रभात लखनऊ में अपने चाचा मनीष पांडेय के साथ रहते थे। माता-पिता, छोटी बहन और दादा गोरखपुर में रहते हैं। परिवार के लोगों के मुताबिक प्रभात कुछ वर्ष पहले युवक कांग्रेस से जुड़े थे। वे पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते थे। वे लखनऊ में अपने चाचा मनीष पांडेय के पास रहकर कंप्यूटर कोर्स कर रहे थे।
रोते-रोते बेसुध हुई मां, परिवार ने मांगा न्याय
गुरुवार सुबह प्रभात का शव गोरखपुर पहुंचा तो इकलौते बेटे को मृत देख मां रोते-रोते बेसुध हो गई। परिवार के दूसरे लोग भी बिलख बिलख कर रोने लगे। प्रभात के पिता दीपक पांडेय ने कहा कि हमारा तो सब खत्म हो गया। इकलौता बेटा चला गया। चाचा मनीष पाण्डेय ने बताया कि उन्हें कल कांग्रेस कार्यालय से फोन आया था कि 2 घंटे से उनका भतीजा बेसुध पड़ा है। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वे इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपना बच्चा खो दिया है, जो अब वापस नहीं आएगा। इस पर किसी भी तरह की राजनीति की जरूरत नहीं है। उन्हें न्याय चाहिए।
मोक्ष धाम पर हुआ अंतिम संस्कार, अजय राय भी पहुंचे, भाजपा ने घेरा
प्रभात के शव का अंतिम संस्कार गोरखपुर के मोक्ष धाम पर किया गया। इस दौरान सियासी विरोध भी दिखा। भाजपा और कांग्रेस के लोगों ने एक दूसरे को घेरने का प्रयास किया। कांग्रेस के कई नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी प्रभात को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। अजय राय के मोक्ष धाम पर जाने के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करके रोकने का प्रयास किया। इसके बावजूद अजय राय ने वहां पहुंच कर पार्टी कार्यकर्ता को अंतिम विदाई दी।