
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 13 अप्रैल 2025:
संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर रविवार को भारतीय डोम महासभा के तत्वावधान में सफाई कामगारों ने शास्त्री चौक से डॉ. आंबेडकर चौक तक भव्य पदयात्रा निकाली। यात्रा के दौरान “बाबा साहेब अमर रहें”, “जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबा साहेब का नाम रहेगा”, और “संविधान निर्माता अमर रहें” जैसे गगनभेदी नारे गूंजते रहे।
पदयात्रा का नेतृत्व धर्मनाथ मगहिया ने किया। उन्होंने कहा कि सफाई कामगार वर्ग अब बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के विचारों को आत्मसात कर चुका है। उनके द्वारा दिए गए मूलमंत्र “शिक्षित बनो, संगठित हो और संघर्ष करो” की राह पर आगे बढ़ रहा है।
संगठन के संयोजक सुरेंद्र वाल्मीकि ने कहा कि सफाई कामगारों को डॉ. आंबेडकर द्वारा दिए गए वोट के अधिकार और शिक्षा के महत्व को समझना होगा, तभी समाज में वास्तविक बदलाव संभव हो सकेगा। कार्यक्रम का संचालन सोनू मगहिया ने किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक चेतना का यह जागरण हमारे महापुरुषों की देन है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अधिकारों के लिए संघर्ष किया और संविधान के माध्यम से समता का अधिकार दिलाया।