उत्तर प्रदेश और इज़राइल के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए उच्च स्तरीय चर्चा

thehohalla
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लखनऊ, 16 अक्टूबर 2024:


भारत और इज़राइल के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, लेकिन हाल के वर्षों में इन संबंधों को एक नई ऊंचाई मिली है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और इज़राइल के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से मंगलवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों पक्षों ने कृषि, जल प्रबंधन, मानव संसाधन और तकनीकी सहयोग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने पर व्यापक विचार-विमर्श किया।

इज़राइल में उत्तर प्रदेश से कुशल श्रमिकों की बढ़ती मांग

बैठक के दौरान यह उल्लेख किया गया कि वर्तमान में इज़राइल में उत्तर प्रदेश के 5,000 से अधिक कुशल श्रमिक कार्यरत हैं। इन श्रमिकों की कड़ी मेहनत, कुशलता और अनुशासन के कारण इज़राइल में भारतीय श्रमिकों की सराहना हो रही है।

उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने इज़राइल की सरकार को उत्तर प्रदेश से और अधिक कुशल मानव संसाधन को अपने देश में आमंत्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस प्रकार, इज़राइल भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश से अधिक श्रमिकों को अपने विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में काम करने के लिए अवसर प्रदान करने के इच्छुक हैं। यह कदम दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करेगा, साथ ही उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगा।

जल प्रबंधन में इज़राइली विशेषज्ञता का लाभ

उत्तर प्रदेश के जल प्रबंधन क्षेत्र में इज़राइल की तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ लिया जा रहा है। राज्य के दो प्रमुख स्थानों पर भूजल और पीने के पानी की आपूर्ति से संबंधित परियोजनाओं में इज़राइल का सहयोग लिया जा रहा है।

इज़राइल ने दुनिया भर में जल संकट को सुलझाने में अपनी आधुनिक तकनीक और नवाचारों से अपनी पहचान बनाई है। इस सहयोग का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में जल संसाधनों का सही और टिकाऊ प्रबंधन सुनिश्चित करना है, ताकि राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पीने के पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को राहत मिल सके।

बुंदेलखंड में ड्रिप इरिगेशन से खेती को बढ़ावा

बुंदेलखंड क्षेत्र, जो सूखे और जल संकट से जूझ रहा है, में जल संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए इज़राइल की उन्नत ड्रिप इरिगेशन तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है।

ड्रिप इरिगेशन न केवल पानी की बचत करती है, बल्कि इससे खेती की उत्पादकता भी बढ़ती है। इज़राइल द्वारा प्रस्तुत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार, इस तकनीक से बुंदेलखंड क्षेत्र में खेती को नया आयाम मिल सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही इस परियोजना पर निर्णय लेगी, और इसके लागू होने से किसान लाभान्वित होंगे, साथ ही राज्य की कृषि उपज में भी वृद्धि होगी।

सहयोग के और भी क्षेत्रों में संभावनाएं

जल और कृषि के अलावा, उत्तर प्रदेश और इज़राइल के बीच शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा, और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने की संभावना पर चर्चा हुई। इज़राइल की तकनीकी क्षमताएं और उत्तर प्रदेश की विशाल जनशक्ति एक-दूसरे के लिए लाभदायक साबित हो सकती हैं। इन क्षेत्रों में आपसी सहयोग से उत्तर प्रदेश के विकास को नई गति मिल सकती है।

इस बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों पर चर्चा की और भविष्य में और अधिक सहयोग की संभावनाओं का पता लगाया। उत्तर प्रदेश सरकार ने इज़राइल के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है।

इस सहयोग से न केवल उत्तर प्रदेश के विकास में मदद मिलेगी, बल्कि इज़राइल के साथ भारत के कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूती मिलेगी। इज़राइल और उत्तर प्रदेश के बीच इस प्रकार के संवाद और साझेदारी से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध और अधिक सुदृढ़ होंगे।

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