हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 6 नवम्बर 2024
सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा का आज दूसरा दिन है। सोमवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुए इस पर्व में आज व्रती महिलाओं ने खरना से निर्जल उपवास की शुरुआत की। शाम को महिलाएं स्वच्छ स्थान पर चूल्हा स्थापित कर अक्षत, धूप, दीप और सिंदूर से पूजा करेंगी। आटे से रोटी और साठी के चावल से खीर बनाकर इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगी, जिसके बाद उनका व्रत शुरू होगा और शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा।
इस अवसर पर बाजारों में छठ पूजा सामग्री की खरीदारी को लेकर काफी चहल-पहल है। मंगलवार को व्रती माताओं ने स्नान के बाद कद्दू-चावल का सेवन किया, और घरों में छठ गीतों की ध्वनि गूंज उठी।
गोरखपुर के 391 स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन होगा, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रमुख घाटों पर NDRF, SDRF और PAC के गोताखोरों को तैनात किया गया है और पुलिसकर्मी नाव से गश्त करेंगे। कई घाटों पर CCTV और ड्रोन से निगरानी भी की जा रही है। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर और DM कृष्णा करुणेश ने घाटों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
छठ महापर्व का दिनवार कार्यक्रम:
• पहला दिन (नहाय-खाय): 5 नवंबर – व्रती महिलाएं स्नान के बाद कद्दू-भात का भोजन करती हैं और संकल्प लेती हैं।
• दूसरा दिन (खरना): 6 नवंबर – आज शाम व्रती महिलाएं प्रसाद ग्रहण करेंगी, इस दिन का उपवास निर्जल होगा।
• तीसरा दिन (संध्या अर्घ्य): 7 नवंबर – शाम 5:29 बजे अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगी।
• चौथा दिन (उगते सूर्य को अर्घ्य): 8 नवंबर – सुबह 6:32 बजे उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ महापर्व का समापन होगा।
महानगर के सूर्यकुंड, गोरखनाथ मंदिर सहित कई प्रमुख स्थानों पर व्रतियों के लिए पूजा की वेदियां और अस्थायी घाट तैयार किए गए हैं।