
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 27 सितंबर 2025 :
यूपी के गोरखपुर जिले में पशु तस्करों के सफाए में जुटी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली। टीम ने एक लाख के इनामी पशु तस्कर जुबेर को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए जुबेर की तलाश छात्र दीपक गुप्ता हत्याकांड में चल रही थी।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व पिपराइच थाना क्षेत्र में वाहनों पर सवार पशु तस्करों ने जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान छात्र दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। ग्रामीणों ने भी जाम लगाकर पुलिस पर पथराव किया था। इसी के बाद पुलिस ने पशु तस्करों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा हैं। दर्जनों गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वहीं महकमे में पशु तस्करों से मिलीभगत रखने वाले पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर हटाया जा रहा है।
पुलिस छात्र हत्याकांड में मुख्य आरोपी की तलाश में लगीं थीं। इसी दौरान पिपराइच क्षेत्र में जुबेर की मौजूदगी की सूचना एसटीएफ को मिली थी। पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी की। देर रात जब टीम ने उसे रुकने का इशारा किया तो जुबेर ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। इस दौरान जुबेर गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मारा गया जुबेर रामपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला घेर मर्दान खां का निवासी था।
पुलिस जांच में पता चला था कि जुबेर गोंडा जिले के वांटेड अपराधी वहाब के साथ मिलकर अंतरराज्यीय पशु तस्करी गिरोह चला रहा था। यह नेटवर्क गोरखपुर, गोंडा, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर से लेकर बिहार तक फैला हुआ था। सितंबर 2024 में बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में पशु तस्करी का विरोध करने पर जुबेर ने दो सिपाहियों पर डंडे से हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया था। इसके बाद उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया और एसटीएफ ने उसे शहजादनगर से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से बाहर आने के बाद जुबैर ने दोबारा पशु तस्करी का धंधा शुरू कर दिया था।