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गोरखपुर : विश्वविद्यालय में शुरू हुआ सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण अभियान, राज्यपाल ने सराहा

गोरखपुर, 3 मार्च 2025:

यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों से टीकाकरण अभियान में सहयोग की अपील की थी। इसी क्रम में पं. दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत कर दी है। सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह में राज्यपाल की उपस्थिति में कस्तूरबा गांधी राजकीय विद्यालय की 100 छात्राओं के टीकाकरण के साथ इस अभियान की शुरुआत हुई।

2000 छात्राओं के टीकाकरण का लक्ष्य

विश्वविद्यालय ने इस अभियान के तहत 2000 छात्राओं का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है, जिसे वह सामाजिक सहयोग के माध्यम से पूरा करेगा। इस टीकाकरण की लागत अधिक होने के कारण इसे सामाजिक समर्थन से सफल बनाने की योजना बनाई गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 9 से 14 वर्ष की आयु टीकाकरण के लिए उपयुक्त मानी जाती है, जिसमें दो से तीन डोज़ लगाए जाते हैं। उम्र बढ़ने पर यह प्रक्रिया महंगी और जटिल हो जाती है। वर्तमान में सरकारी स्तर पर इस टीकाकरण की सुविधा नहीं है, लेकिन निजी अस्पतालों में एक डोज़ की कीमत तीन से चार हजार रुपये तक होती है।

साइकिल रैली को हरी झंडी, 167 किमी की यात्रा

हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर विश्वविद्यालय ने एक साइकिल रैली का भी आयोजन किया, जिसे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर जिलों से होकर गुजरेगी और 167 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस यात्रा में 25 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें 10 महिलाएं भी हैं। रैली के दौरान प्रतिभागी चौरी चौरा (स्वतंत्रता संग्राम का ऐतिहासिक स्थल), कुशीनगर (भगवान बुद्ध का परिनिर्वाण स्थल), रामकोला सूर्य मंदिर सहित विभिन्न ब्लॉकों में लोगों को स्वास्थ्य, पर्यावरण और सतत विकास के प्रति जागरूक करेंगे। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि यह साइकिल रैली विद्यार्थियों को समाज से जोड़ने और जागरूकता फैलाने का एक प्रयास है।

प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित खेल, नृत्य और अन्य प्रतियोगिताओं के विजेता 180 छात्रों को मंच पर सम्मानित किया। उन्होंने कहा “इस तरह की प्रतियोगिताओं से न केवल छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है, बल्कि वे समाज की मुख्यधारा से भी जुड़ते हैं।”

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