
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 7 अप्रैल 2025:
गोरखपुर के गुलरिहा थाना पुलिस ने पैसा लेकर विदेश से अवैध मेडिकल डिग्री दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने रविवार को गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि चार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। यह गिरोह विदेश गए बिना ही फर्जी मेडिकल डिग्रियां उपलब्ध कराता था और देश में पीजी सीट दिलाने के नाम पर भी ठगी करता था।
बस्ती निवासी विवेक कुमार सिंह गिरफ्तार
बस्ती जिले के रुधौली थाना क्षेत्र के भरौली गांव निवासी विवेक कुमार सिंह, जो लखनऊ के इंद्रानगर इलाके में रहता है, को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विवेक ने पहले से जेल में बंद प्रवीण सिंह की मदद से एक डॉक्टर से डीएनबी (डिप्लोमा ऑफ नेशनल बोर्ड) की सीट दिलाने के नाम पर ठगी की थी। पीड़ित डॉक्टर की शिकायत पर जांच के बाद खुलासा हुआ कि विवेक का नेटवर्क अर्मेनिया, किर्गिस्तान और कजाकिस्तान तक फैला हुआ है, जहां से वह अवैध मेडिकल डिग्रियां मंगवाता था।
अर्पित हॉस्पिटल से जुड़े बताए जा रहे तार
इस गिरोह के तार गोरखपुर के अर्पित हॉस्पिटल से जुड़े हैं, जिसे मरीजों की खरीद-फरोख्त के मामले में पहले ही सील किया जा चुका है। इस हॉस्पिटल के संचालक प्रवीण सिंह के जरिये डॉ. शमीम अंसारी, विवेक के संपर्क में आए थे। डॉ. शमीम को डीएनबी में दाखिला दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपये में डील तय हुई थी, जिसमें से 5 लाख रुपये एडवांस लिए गए थे। जब अंतिम काउंसलिंग तक भी सीट नहीं मिली तो डॉ. शमीम ने प्रवीण और विवेक के खिलाफ केस दर्ज कराया।
फर्जी डिग्री पर अस्पताल चलाने का आरोप
जांच में सामने आया है कि प्रवीण सिंह की डिग्री भी फर्जी है, जिसे उसने विवेक से 27 लाख रुपये में खरीदा था। प्रवीण अपने हॉस्पिटल में खुद को डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज करता था। विवेक खुद भी 5-7 साल विदेश में रह चुका है और मेडिकल की एक फर्जी डिग्री रखता है। पुलिस अब एंबेसी के जरिए दोनों की डिग्रियों की जांच कराएगी।
गिरोह के अन्य सदस्य भी रडार पर
पुलिस की जांच में अब तक यह स्पष्ट हुआ है कि विवेक के साथ चार और लोग इस गिरोह में शामिल हैं। इनमें दो लोग भारत में नीट काउंसिलिंग के नाम पर ठगी करते हैं, जबकि दो अन्य विदेश में बैठकर डिग्री मुहैया कराते हैं। अर्मेनिया, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे देशों में चल रहे अवैध मेडिकल कॉलेजों से डिग्रियां मंगाई जाती थीं। कई कॉलेज एक-दो साल में ही बंद हो जाते थे।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि गिरोह का एक सदस्य विवेक गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मुख्य आरोपी प्रवीण पहले से जेल में है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और जब्त डिग्रियों की जांच एंबेसी के माध्यम से कराई जाएगी।






