
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 7 अप्रैल 2025:
वाराणसी की पावन धरती सोमवार सुबह भगवान हनुमान की भक्ति में डूबी नजर आई। 15 दिवसीय हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी के दसवें दिन पूरा शहर भक्ति में सराबोर हो गया।

प्रभात फेरी का शुभारंभ सुबह धर्म संघ स्थित क्षेत्रपालेश्वर महादेव मंदिर में पूजन-अर्चन के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थापक कौशल शर्मा, समाजसेवी डॉ. रत्नेश वर्मा, आदि विश्वेश्वर महादेव मंदिर (ज्ञानवापी) और केशव देव मंदिर (मथुरा) के पैरोकार डॉ. सोहनलाल आर्य, बाल गोपाल साहू, सीता साहू और संयोजक महेश चौधरी ने हनुमान जी की आरती उतारी। इसके बाद भक्तों को ध्वजा सौंपकर यात्रा की शुरुआत की गई।
हनुमान ध्वजा यात्रा रविंद्रपुरी, दुर्गाकुंड और त्रिदेव मंदिर होते हुए संकट मोचन मंदिर तक पहुंची। सबसे आगे लहराती विशाल हनुमान ध्वजा और गेंदे व रंग-बिरंगे फूलों से सजी संकट मोचन भगवान की झांकी ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। महिलाएं, पुरुष और बच्चे हाथों में ध्वजा लेकर पूरे भक्ति भाव से यात्रा में शामिल हुए। पूरे रास्ते “छम छम नाचे वीर हनुमाना”, “लहर लहर लहराई रे, हनुमान ध्वजा लहराई रे” जैसे मधुर भजनों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। दिनेश मिश्रा, अमित शर्मा और कृष्णा दाधीच ने अपनी भक्ति संगीत प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
यात्रा के दौरान “जय श्रीराम” और “जय हनुमान” के जयघोष से गलियां गूंज उठीं। “लाल लंगोटा, लाल निशान, जय बजरंगी, जय हनुमान” की गूंज ने वातावरण में अद्भुत ऊर्जा का संचार किया। जगह-जगह भक्तों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया और आरती उतारी। संकट मोचन मंदिर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने भगवान के चरणों में ध्वजा अर्पित की। इसके उपरांत सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ हुआ, जिसने सभी भक्तों के मन को भक्ति और शांति से भर दिया। कार्यक्रम का समापन प्रभु की आरती, प्रसाद भोग और वितरण के साथ हुआ।
