
हरदोई, 20 मई 2025
यूपी में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश की गई। इस
बार अराजकतत्वों ने हरदोई जिले में लखनऊ-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर दलेलनगर और उमरताली स्टेशन के बीच राजधानी एक्सप्रेस और काठगोदाम एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश रची। लोको पायलट की सतर्कता ने एक बड़ी रेल दुर्घटना को टाल दिया।
छानबीन में पता चला कि रेलवे ट्रैक को अर्थिंग देने वाली लोहे की पट्टी को लकड़ी के बोटे में फंसाकर ऊपर उठा दिया गया था, जिससे ट्रेन के डिरेल होने का खतरा था। सोमवार शाम नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस के पायलट ने ट्रैक पर संदिग्ध लकड़ी का टुकड़ा देखा और समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
उन्होंने पटरी से लकड़ी और अर्थिंग वायर को हटाकर ट्रेन को सुरक्षित आगे बढ़ाया और मामले की सूचना स्टेशन मास्टर को दी। कुछ देर बाद काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस के पायलट को भी ट्रैक पर वैसी ही स्थिति मिली। उन्होंने भी ट्रेन रोककर बाधा हटाई और फिर गाड़ी को रवाना किया।
घटना की सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची। ट्रैक की जांच के बाद देर शाम उसे फिर से चालू घोषित किया गया। रेलवे अधिकारी, जीआरपी हरदोई के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह और बालामऊ आरपीएफ प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की। रेलवे प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रहा है।
लखनऊ में गत माह दो बार हुई ट्रेन डिरेल करने की कोशिश
लखनऊ में अप्रैल माह में दो बार ट्रेन डिरेल करने की कोशिशें हो चुकी हैं। 16 अप्रैल को रहीमाबाद के कैथुलिया गांव के पास पटरी पर ढाई फीट लंबा लकड़ी का बोटा रखा गया। 23 अप्रैल को बक्कास-उतरेठिया स्टेशन के बीच पटरी पर रखा गया लोहे का दरवाजा एक मालगाड़ी से टकराया। पायलट की सूचना पर रेलवे ने मुकदमा दर्ज किया।