
हावेरी,24 मई 2025
कर्नाटक के हावेरी जिले के अक्की-अलूर गांव में गैंगरेप के सात आरोपियों को जमानत मिलने के बाद उन्होंने कार और बाइक पर सवार होकर विजय जुलूस निकाला। इस जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे आम जनता में आक्रोश फैल गया। वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की और सात में से चार आरोपियों को फिर से गिरफ्तार कर लिया। तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
बताया गया कि इन सभी आरोपियों को 20 मई को जेल से रिहा किया गया था। पुलिस ने अब बेल की शर्तों के उल्लंघन के आधार पर कोर्ट में उनकी जमानत रद्द करने की याचिका दायर की है। एसपी एके श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत नया मामला दर्ज किया गया है।
इस केस की शुरुआत साल 2024 में हुई थी, जब एक अंतरधार्मिक जोड़े ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने एक निजी लॉज में घुसकर उन पर हमला किया और फिर 26 वर्षीय महिला के साथ जंगल में गैंगरेप किया गया। पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत बयान दिया और पहचान परेड के दौरान आरोपियों की पहचान भी की थी, जो हंगल तहसीलदार की मौजूदगी में आयोजित की गई थी। हालांकि, इस साल पीड़िता कथित तौर पर अपनी पिछली गवाही से मुकर गई या उसे बरकरार नहीं रख सकी, जिसके चलते आरोपियों को 17 महीने जेल में बिताने के बाद जमानत मिल गई थी।
आरोपियों की पहचान आफताब चंदनकट्टी, मदार साब मंडक्की, समीवुल्ला लालनवर, मोहम्मद सादिक अगासिमानी, शोएब मुल्ला, तौसीप चोटी और रियाज साविकेरी के रूप में हुई है।