देहरादून, 9 नवंबर 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में रविवार को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और उत्तराखंड सरकार के बीच पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई अड्डे के अधिग्रहण के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों में सुगम, सुरक्षित और टिकाऊ हवाई संपर्क स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
लगभग 70 एकड़ क्षेत्रफल में फैले नैनी सैनी हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन व्यस्त समय में 40 यात्रियों की सुविधा प्रदान करने में सक्षम है। वहीं, इसका एप्रन एक समय में दो कोड-2B श्रेणी के विमानों को समायोजित करने की क्षमता रखता है।
इस अधिग्रहण से हवाई अड्डे के मौजूदा बुनियादी ढांचे का उन्नयन, परिचालन मानकों का सुव्यवस्थित प्रबंधन और राज्य की क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी में व्यापक सुधार की उम्मीद है।
नैनी सैनी हवाई अड्डे का विकास प्रदेश की स्थानीय कला, सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन उद्योग को नई गति देगा। इसके साथ ही व्यापार, तीर्थ पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और आतिथ्य क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
यह पहल पीएम मोदी के सुगम्य और टिकाऊ विमानन अवसंरचना के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। साथ ही, यह रणनीतिक हिमालयी क्षेत्र में आपदा-प्रतिक्रिया क्षमताओं को सुदृढ़ करने में भी मददगार साबित होगी। यह समझौता उत्तराखंड को विकास की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने वाला एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।






