
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 10 मार्च 2025:
यूपी के वाराणसी जिले में होली की तैयारी उत्सव का रूप ले रहीं हैं। रंग गुलाल खेलने की विशेष तैयारी है तो होलिका जलाने को भी खास अंदाज दिया जा रहा है। इसी के तहत पांडेयपुर चौराहे पर होलिका दहन स्थल को श्मसान का रूप दिया गया है। एक चित्र की तरह इस स्थल पर होलिका की प्रतिमा के साथ डोम राजा और सजी हुई चिता भी दिखती है।
होलिका क्लब खजुरी ने किया अनूठा प्रयोग
होलिका क्लब खजुरी (पांडेयपुर) वर्ष 1998 से पांडेयपुर चौराहे पर होलिका दहन का आयोजन करता रहा है। इस बार पहली बार मोक्ष स्थान श्मशान बनाया गया है, जो लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है। इस होलिका दहन स्थल पर पुतलों के जरिये अंतिम यात्रा दिखाई गई है। इसमें चार लोग कांधा देकर एक शव ल रहे है। डोम राजा एक शव का अंतिम संस्कार कर रहे हैं तो एक अन्य व्यक्ति कुल्हाड़ी लिए लकड़ी काटता दिखता है। यहीं पर होलिका की एक विशाल सुसज्जित प्रतिमा भी लगी हुई है। आसपास से गुजरने वाले लोग इस अनूठे होलिका दहन स्थल को निहारने के लिए पल भर रुक जाते हैं।
आयोजक बोले- लोगों को पर्व का महत्व बताना उद्देश्य
क्लब के सदस्य मुकेश यादव ने बताया कि सोशल मीडिया के जमाने में लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए उन्होंने यह अनोखा आयोजन किया है। बनारस की मस्ती पूरे विश्व में अलग है और इसे होलिका दहन में भी देखने का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि यहां चिता भस्म की होली नहीं बल्कि रंगों की होली खेली जाएगी। इस आयोजन के पीछे का मकसद लोगों को पर्व का महत्व बताना है।