
नोएडा,11 मार्च 2025
नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर-82 स्थित ईडब्ल्यूएस पॉकेट-7 में 50 से अधिक फ्लैटों पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। आरोप है कि कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से कई लोग सरकारी फ्लैटों में जबरन रह रहे हैं, जबकि कुछ में प्राधिकरण के अधिकारियों के रिश्तेदारों ने डेरा डाल रखा है। इस मामले को लेकर सोसाइटी के निवासियों और आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने कई बार प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इ
तना ही नहीं, पिछले साल 20 से 22 जून के बीच इसी पॉकेट में सात घरों में ताले तोड़कर चोरी की घटनाएं हुई थीं, लेकिन प्राधिकरण ने इस पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हर बार यह कहा जाता है कि सर्वे किया जा रहा है, जबकि अवैध कब्जे वाले फ्लैटों की सूची पहले ही अधिकारियों को सौंपी जा चुकी है।इस क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर स्थानीय निवासियों में गहरी चिंता बनी हुई है, क्योंकि अवैध रूप से रह रहे लोग सोसाइटी के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। बताया जा रहा है कि प्राधिकरण के अधिकारी इस पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर किसके आदेश पर इन अनसोल्ड फ्लैटों में लोग रह रहे हैं? वर्क सर्किल-8 के वरिष्ठ प्रबंधक अनिल कुमार और क्षेत्रीय जेई को इस पूरे मामले की जानकारी है, फिर भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? यह मुद्दा जांच का विषय बन गया है, क्योंकि अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर प्राधिकरण की संपत्तियों पर कब्जा होते देख रहे हैं।यह पहली बार नहीं है जब नोएडा प्राधिकरण की संपत्तियों पर अवैध कब्जे की खबर सामने आई है।
वर्ष 2019 में भी सेक्टर-71 स्थित शिव शक्ति अपार्टमेंट में 250 फ्लैटों पर इसी तरह कब्जा किया गया था, और उन फ्लैटों को किराए पर देकर हर महीने 5,000 से 7,000 रुपये तक की वसूली की जा रही थी। उस समय प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ ने इस मामले में अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। लेकिन मौजूदा हालात देखकर ऐसा लगता है कि प्राधिकरण ने अब फिर से इस समस्या की अनदेखी करनी शुरू कर दी है, जिससे अवैध कब्जाधारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।






