
तेहरान/वाशिंगटन, 10 जून 2025
गाजा पट्टी में लंबे समय से जारी संघर्ष के समाधान के लिए अब एक नया समीकरण सामने आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की है कि ईरान अब सीधे इजराइल के साथ शांति वार्ता करेगा। यह घोषणा उस समय हुई जब तुर्की और सऊदी अरब की मध्यस्थता विफल साबित हुई और अमेरिका की पारंपरिक कूटनीति कोई ठोस नतीजा नहीं दे सकी।
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अमेरिका की प्राथमिकता गाजा में स्थायी शांति स्थापित करना है। ट्रंप ने संकेत दिया कि ईरान और इजराइल के बीच बातचीत की प्रक्रिया जल्द ही युद्धविराम तक पहुंच सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि ईरान की इस डील में भागीदारी से एक निर्णायक मोड़ आने की उम्मीद है।
इससे पहले अमेरिका, सऊदी अरब, कतर और तुर्की जैसे देशों को बिचौलिया बनाकर शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से प्रस्तावों को सीधे समर्थन नहीं मिला। अंततः ट्रंप प्रशासन ने ईरान से सीधे संपर्क साधने का निर्णय लिया, क्योंकि हमास पर ईरान का सीधा प्रभाव माना जाता है।
तुर्की और सऊदी अरब की इस मामले में विफलता के बाद ईरान की भूमिका और प्रभाव क्षेत्र बढ़ने की संभावना है। अगर यह डील सफल होती है, तो गाजा के पुनर्निर्माण और नई सरकार की रूपरेखा में भी ईरान की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इस नई पहल ने मध्य पूर्व की कूटनीतिक तस्वीर को पूरी तरह से बदल दिया है। अब यह देखना होगा कि ईरान और इजराइल के बीच बातचीत वास्तव में किस दिशा में जाती है और क्या यह क्षेत्र में स्थायी शांति की ओर निर्णायक कदम साबित हो सकता है।






