
नई दिल्ली, 6 जून 2025:
जेईई एडवांस्ड 2025 का रिजल्ट जारी होने के बाद अब JOSAA काउंसलिंग के जरिए देशभर के आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई जैसे प्रमुख संस्थानों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 3 जून से शुरू हुए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 12 जून तय की गई है। इस बार “स्मार्ट चॉइस फिलिंग” का सही इस्तेमाल करने वाले अभ्यर्थी बेहतर संस्थान और ब्रांच पाने में सफल हो सकते हैं।
जोसा काउंसलिंग में स्मार्ट चॉइस फिलिंग का मतलब है—सोच-समझकर और मेरिट को ध्यान में रखकर कॉलेज व ब्रांच की प्राथमिकता देना। रजिस्ट्रेशन के दौरान उम्मीदवारों को विभिन्न संस्थानों और उनकी ब्रांचों की एक सूची तैयार करनी होती है, जिसे काउंसलिंग के हर राउंड में उनकी रैंक और सीट उपलब्धता के आधार पर आवंटित किया जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो छात्र अगर अपनी पसंद के कॉलेज और ब्रांच को वरीयता क्रम में सही ढंग से रखते हैं तो मनपसंद विकल्प मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी छात्र की रैंक टॉप ब्रांच में नहीं जा पा रही है, लेकिन वह उसी ब्रांच को किसी दूसरे संस्थान में ले सकता है, तो उसे उस विकल्प को ऊंची प्राथमिकता देनी चाहिए।
स्मार्ट चॉइस फिलिंग में आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई के विकल्पों को इस तरह क्रमबद्ध करना चाहिए कि पहले पंसदीदा और यथार्थ विकल्प आएं, फिर उन संस्थानों को रखा जाए जिनमें दाखिले की प्रतिस्पर्धा ज्यादा है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी राउंड में सीट मिलने की संभावना बनी रहे।
इस रणनीति से छात्र न केवल सीट पा सकते हैं, बल्कि एक अच्छे संस्थान और उपयुक्त ब्रांच में भी दाखिला ले सकते हैं। इसलिए JOSAA काउंसलिंग में रजिस्ट्रेशन से पहले स्मार्ट चॉइस फिलिंग की योजना जरूर बना लें।