पंकज
काकोरी (लखनऊ), 26 नवंबर 2025 :
काकोरी के रहमानखेड़ा क्षेत्र में तेंदुए की लगातार गतिविधियों ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है। केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान और इसके आसपास फैले घने जंगलों में पिछले कई दिनों से तेंदुआ होने की चर्चा तेज है। सोमवार सुबह कुछ ग्रामीणों ने पुलिया पर तेंदुए को आराम करते हुए देखा, जिसकी तस्वीर वायरल होते ही इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
वन विभाग भी इस मामले में सतर्क हो गया है। डीएफओ शितांशु पांडेय ने बताया कि जंगली जानवर की मौजूदगी की सूचना मिली है और ग्रामीण तेंदुए का दावा कर रहे हैं। विभाग ने मौके पर टीम भेजकर पूरे क्षेत्र की जांच शुरू कर दी है। वहीं मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली जैसे गांवों के किसानों ने पिछले चार दिनों से ताजे पगचिह्न मिलने की पुष्टि की है, जिससे तेंदुए का क्षेत्र में होना लगभग तय माना जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार घटना केवल एक दिन की नहीं है। रविवार को भी जंगल की ओर से दहाड़ने जैसी आवाजें सुनी गई थीं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि संस्थान प्रशासन तेंदुए की मौजूदगी को सार्वजनिक न होने देने के लिए मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। इससे गांवों में असुरक्षा की भावना और बढ़ गई है।
डेढ़ महीने पहले भी तेंदुआ इलाके में दिखाई दिया था। चराई पर गए एक किसान के मुताबिक तेंदुए ने एक गाय का शिकार कर उसका लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा खा लिया था। उस वक्त भी पगचिह्न मिले थे और वन विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि तब कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को इस घटना को बाहर न बताने की चेतावनी दी गई थी।
इधर संस्थान के कर्मचारियों ने भी पुष्टि की है कि कुछ दिन पहले बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए को जंगल के किनारे टहलते देखा था। लगातार दिख रहे तेंदुए के कारण किसानों में भय व्याप्त है। और वह अब अकेले जंगल की तरफ जाने से बच रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग तुरंत पुख्ता कदम उठाए ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।






