लखनऊ, 12 जुलाई 2025:
लखनऊ नगर निगम ने पालतू कुत्तों के लिए लाइसेंस अनिवार्य करने की दिशा में सख्त कदम उठाते हुए शनिवार से विशेष जांच अभियान शुरू किया। पहले ही दिन नगर निगम की पशु कल्याण टीम ने चार लोगों से कुल 20 हजार रुपये जुर्माना वसूला, जबकि दो लोगों के लाइसेंस मौके पर ही बनाए गए। बिना लाइसेंस पाए गए दो पोमेरियन और एक पग नस्ल के कुत्तों को जब्त भी किया गया, जिन्हें बाद में जुर्माना भरने के बाद छोड़ दिया गया।
अभियान की शुरुआत जोन-तीन के विभिन्न इलाकों में की गई, जहां प्रवर्तन दल व डॉग कैचिंग स्क्वायड की टीम ने मिलकर चेकिंग की। क्षेत्र प्रभारी राजेश उपाध्याय की अगुवाई में यह कार्रवाई की गई। टीम की उपस्थिति देखकर कई लोग अपने पालतू कुत्तों को लेकर भागते नजर आए। ऐसे लोगों का विवरण नोट कर उन्हें नोटिस भेजे जाने की तैयारी है।
पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के मुताबिक 22 हजार रुपये नगर निगम के कोष में जमा हुए हैं। इसमें से 20 हजार जुर्माने से और शेष दो हजार मौके पर बनाए गए लाइसेंसों से प्राप्त हुए। बारिश के चलते सड़कों पर कुत्तों को टहला रहे लोगों की संख्या कम रही, लेकिन जांच के दौरान कई ऐसे भी मिले जिनके पास वैध लाइसेंस और वैक्सीनेशन कार्ड मौजूद थे।
नगर निगम के अनुसार शहर में करीब दस हजार पालतू कुत्ते हैं। बिना लाइसेंस कुत्ता पालना नगर निगम की श्वान नियंत्रण उपविधि 2003 के तहत दंडनीय है। लाइसेंस केवल रैबीज टीकाकरण की पुष्टि के बाद ही जारी किया जाता है।