लखनऊ, 2 नवंबर 2025:
गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पूर्व रविवार को यूपी की राजधानी लखनऊ की सड़कों पर श्रद्धा और भक्ति का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। नाका गुरुद्वारा से निकली भव्य नगर कीर्तन यात्रा ने शहर को आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता के संदेश से सराबोर कर दिया।
इस नगर कीर्तन में सिख समुदाय के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा में शामिल संगत ने पूरे मार्ग में “जो बोले सो निहाल… सत श्री अकाल” के जयकारों से वातावरण गुंजायमान कर दिया। सजे-धजे पंज प्यारों की अगुवाई में यात्रा आगे बढ़ी, जबकि पीछे चल रहे कीर्तन जत्थों ने गुरु नानक देव जी के उपदेशों और शबद-कीर्तन से समूचे मार्ग को भक्ति रस में डुबो दिया।

यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने निहंग सिखों द्वारा प्रस्तुत हैरतअंगेज गतका (शस्त्र विद्या) के करतबों का आनंद लिया। उन्हें देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे। मार्ग में स्थानीय लोगों और संगठनों की ओर से सेवा पंडाल और लंगर की व्यवस्था की गई।
नगर कीर्तन का स्वागत फूलों की वर्षा से किया गया। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी इसमें समान भाव से शामिल हुए। आयोजन का उद्देश्य गुरु नानक देव जी के सार्वभौमिक संदेश को जन-जन तक पहुंचाना रहा।
प्रकाश पर्व के अवसर पर लखनऊ के गुरुद्वारों में भी विशेष सजावट और भजन-कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। संपूर्ण शहर इस पावन पर्व के स्वागत में श्रद्धा, भक्ति और भाईचारे की भावना से ओत-प्रोत दिखाई दे रहा है।







