
एमएम खान
लखनऊ, 7 अक्टूबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ मोहनलालगंज क्षेत्र के गांवों को साफ-सुथरा बनाने व शहरों जैसी सुविधाएं मुहैया कराने पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
विकासखंड मोहनलालगंज क्षेत्र की अधिकांश ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए एकीकृत ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (Integrated Solid Liquid Waste Management Centre) और जैविक खाद निर्माण केंद्र (organic fertilizer manufacturing center) आज तक सक्रिय नहीं हो पाए हैं। सभी जरूरी सुविधाएं होने के बावजूद यहां ताले लटकते दिखते हैं। खुजेहटा व कुबरहा गांव समेत कई स्थानों पर तो रंग-रोगन के बाद भवनों के गेट तक नहीं खोले गए।

वहीं, कूड़ा उठाने के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था भी की गई थी, लेकिन संचालन शुरू न होने के कारण गांवों में जगह-जगह कूड़ा जमा हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण कूड़ा प्रबंधन केंद्र महज शोपीस बनकर रह गए हैं, जिससे स्वच्छता अभियान का मकसद अधूरा रह गया है।
खण्ड विकास अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि मोहनलालगंज क्षेत्र कुल 26 केंद्र रनिंग पर हैं। बहुत से अभी बजट के अभाव में अधूरे भी पड़े है बजट मिलते है उन्हें पूरा किया जाएगा। जो चालू अवस्था में हैं वहां अगर कहीं ताला लटका है तो उसकी जांच कराई जाएगी।






