ग्वालियर, 27 दिसंबर, 2024
ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार को नगर निगम के कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। रिश्वत लेते पकड़ा गया कर्मचारी भृत्य (चपरासी) के पद पर है। जो टीसी (संपत्ति कर संग्रहक) के कहने पर रिश्वत लेने पहुँचा था। टीसी सौरभ तोमर ने फरियादी के मकान के नामांतरण के नाम पर 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन तोल मोल के बाद नामांतरण करने के नाम पर 15 हजार देना तय हुआ था। लेकिन जब फाइनल रकम देने की बारी आई तो बात 10 हजार में तय हो गई थी। फरियादी ने पहले दो हजार रुपए दिए और जब बाकी के 8 हजार देने पहुंचा, तो मौके पर TC तो नहीं आया लेकिन रिश्वत लेने भेजे गए चपरासी आकाश को लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस ने संपत्ति कर संग्रहक सौरभ तोमर और चपरासी आकाश कुशवाह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
दरअसल ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस को गुढा लश्कर में रहने वाले रिटायर्ड पुलिस एएसआई राजेन्द्र सिंह कुशवाह ने एक शिकायती आवेदन कार्यालय में दिया था। जिसमें नगर निगम ग्वालियर के क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 21 में पदस्थ वार्ड क्रमांक 52 के संपत्ति कर संग्रहक (टीसी) सौरभ तोमर पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। आवेदन में लिखा था कि आवेदक की पत्नी स्वर्गीय श्रीमती मुन्नीदेवी के नाम से प्रीतमपुर कॉलोनी स्थित मकान एवं एक अन्य दूसरे मकान के नामांतरण करवाने के एवज में टीसी सौरभ तोमर और भृत्य आकाश कुशवाह दोनों ने मिलकर 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। मामला एक मकान का 15 हजार में तय हुआ। लेकिन बाद में तोल मोल करने के बाद फाइनल 10 हजार रुपए में बात तय हो गई। जिसमें से 2 हजार रुपये फरियादी एडवांस दे चुका था। इस बीच फरियादी ने लोकायुक्त से शिकायत भी की थी जिसका सत्यापन हो जाने के बाद कार्यवाहक डीएसपी विनोद सिंह कुशवाह के नेतृत्व में निरीक्षक कवींद्र सिंह चौहान सहित 15 सदस्यीय टीम गठित की गई और रिश्वत कांड को रंगे हाथों पकड़ने लोकायुक्त पुलिस ने पूरा जाल बिछा रखा था। लेकिन फरियादी ASI राजेन्द्र सिंह कुशवाह…शुक्रवार को 8 हजार रुपए लेने TC को बुलाया था लेकिन किसी काम से व्यस्त होने के कारण रुपए लेने उसने अपने सहयोगी चपरासी आकाश कुशवाह को कंपू स्थित होकर जॉन में भेजा था। यहाँ जैसे ही रिश्वत की राशि दी गई, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच कर गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल लोकायुक्त टीम ने टीसी सौरभ और भृत्य आकाश के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर टीसी सौरभ तोमर की तलाश शुरू कर दी है।