बिजनेस डेस्क, 17 दिसंबर 2025 :
अमेरिकी रोजगार आंकड़ों में मिले-जुले परिणाम, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और रुपये की कमजोरी ने घरेलू शेयर बाजार का रुख बदल दिया। एशियाई बाजारों से शुरुआती सकारात्मक संकेत मिलने के बावजूद भारतीय बाजार इस बढ़त को कायम नहीं रख सका और दिनभर मुनाफावसूली के दबाव में फिसलता रहा।
तीसरे दिन भी लाल निशान में बंद हुए इंडेक्स
आज लगातार तीसरे कारोबारी दिन बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 120.21 अंकों यानी 0.14 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 84,559.65 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 50 भी 41.55 अंक यानी 0.16 प्रतिशत टूटकर 25,818.55 के स्तर पर आ गया। व्यापक बाजार की बात करें तो मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली का दबाव देखने को मिला।
निवेशकों की संपत्ति में लगी 1.6 लाख करोड की सेंध
बाजार में आई गिरावट से निवेशकों की पूंजी को बड़ा झटका लगा है। बीते कल बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 4,49,82,435.88 करोड रुपये था, जो आज कारोबार खत्म होने के बाद घटकर 4,66,02,781.46 करोड रुपये रह गया। इस तरह एक ही दिन में निवेशकों की दौलत करीब 1,61,747.65 करोड रुपये कम हो गई।
सेंसेक्स के 17 शेयरों में आई तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 शेयर हरे निशान में बंद हुए। आज के कारोबार में एसबीआई, इंफोसिस और सन फार्मा में सबसे अधिक मजबूती देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
94 शेयर एक साल के उच्चतम स्तर पर
बीएसई पर कुल 4,328 शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 1,475 शेयरों में तेजी रही, जबकि 2,694 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए और 159 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। आज 94 शेयर अपने एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचे, जबकि 196 शेयर एक साल के निचले स्तर पर फिसल गए। इसके अलावा 10 शेयर अपर सर्किट और 9 शेयर लोअर सर्किट में बंद हुए।






