
अनमोल शर्मा
मेरठ 12 जनवरी 2025:
यूपी के मेरठ में मेट्रो सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए एनसीआरटीसी ने मेट्रो का ट्रायल रन शुरू कर दिया है। ट्रायल रन के दौरान मेरठ साउथ से मेरठ सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो का सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण 40 किमी प्रति घंटा से लेकर 135 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर किया जा रहा है।
ट्रायल रन के तहत मेट्रो के ट्रैक्शन, ट्रैक और ट्रेन कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम (टीसीएमएस) का परीक्षण किया जा रहा है। शुरुआत में ट्रेन को मैन्युअल रूप से ऑपरेट किया जा रहा है। ट्रेनों में सैंडबैग रखकर वजन परीक्षण और विभिन्न सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने हेतु ट्रेनों को विभिन्न मोड़ों और ट्रैकों पर चलाया जा रहा है।
23 किमी का एरिया कवर होगा, हाइटेक हैं कोच
मेरठ मेट्रो के लिए 3 कोच वाली 12 ट्रेनसेट तैयार की गई हैं, जिनमें से 10 दुहाई डिपो पहुंच चुकी हैं। ये वातानुकूलित ट्रेनें आधुनिक सुविधाओं जैसे यूएसबी चार्जिंग, एर्गोनॉमिक सीटिंग और सामान रखने की रैक से सुसज्जित हैं। मेरठ मेट्रो की कुल लंबाई 23 किमी है, जिसमें 18 किमी एलिवेटेड और 5 किमी अंडरग्राउंड कॉरिडोर शामिल है। कुल 13 स्टेशन बनाए गए हैं, जिनमें 3 भूमिगत स्टेशन हैं। मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशन पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों सेवाएं उपलब्ध होंगी।
अंडरग्राउंड स्टेशनों की फिनिशिंग अंतिम चरण में
अधिकांश स्टेशनों का सिविल निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। परतापुर और रिठानी स्टेशनों पर ओएचई का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। अंडरग्राउंड स्टेशनों मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल की फिनिशिंग का कार्य अंतिम चरण में है।एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक पूरे कॉरिडोर को जनता के लिए चालू कर दिया जाए। मेरठ मेट्रो की शुरुआत शहरवासियों के लिए एक नई सौगात साबित होगी।






