आगरा,4 दिसंबर 2024
आठ साल के मासूम रौनक हत्याकांड का आगरा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बच्चे की मां यशोदा ने ही अपने देवर भानू के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपी भानु ने जो कबूलनामा किया उससे पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए। भानु ने बताया कि बीते 29 नवंबर को रौनक ने दोनों को कमरे में आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इससे दोनों घबरा गए। भानु ने उसकी मां से पूछा कि अब क्या करना है तो वह बोली- पूछने की क्या बात है, मार डालो, नहीं तो सबको बता देगा।कमरे के बाहर ही कपड़े धोने की मुगरी पड़ी थी। भानु ने उसे रौनक के सिर में दे मारी। एक प्रहार में ही वो जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद उसने लगातार 6-7 वार किए।
जब बच्चा मर गया, तो उसके शव को छत पर ले जाकर लकड़ी और भूसे के गठ्ठर के नीचे छिपा दिया। तीन दिन तक शव को छत पर ही छिपाए रखा था। रविवार को रौनक के पिता ने घर में कहा था कि सोमवार को वह आगरा में पुलिस कमिश्नर से मिलने जाएगा, जिससे की डॉग स्क्वायड को भेजा जा सके।ये बात यशोदा ने अपने देवर भानु को बताई। उनको लगा कि डॉग स्क्वायड आया तो शव का पता चल जाएगा। इसलिए दोनों ने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। सोमवार सुबह 4 बजे मां यशोदा छत पर गई।
आरोपी चाचा मकान के नीचे खड़ा हो गया। रस्सी से शव को बांधकर नीचे उतारा। इसके बाद शव को गली में छोड़कर दोनों वापस घर आ गए।बच्चे की हत्या के बाद मां और चाचा घर वाले और पुलिस के सामने नाटक करते रहे। चाचा घर वालों के साथ बच्चे को तलाशने का नाटक करता रहा। ऐसे ही मां भी सभी लोगों को गुमराह करती रही। बच्चे का शव मिलने के बाद भी वो रोने का नाटक करती रही।