नई दिल्ली, 27 मई 2025:
मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है, जो मां के प्रति सम्मान और उनके प्यार को व्यक्त करने का अवसर होता है। यह दिन खासतौर पर मां के त्याग, ममता और समर्पण को याद करने के लिए मनाया जाता है। दुनियाभर में लोग अपनी मां को गिफ्ट देते हैं, केक काटते हैं और उन्हें स्पेशल महसूस कराते हैं।
मदर्स डे की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। यह विचार एक महिला एना जार्विस को आया था, जिन्होंने अपनी मां की याद में इस दिन को खास बनाने की पहल की। 1914 में अमेरिका के राष्ट्रपति ने मई के दूसरे रविवार को आधिकारिक तौर पर मदर्स डे घोषित किया। तब से यह दिन धीरे-धीरे विश्व के कई देशों में लोकप्रिय हो गया।
मां को भगवान का दर्जा दिया गया है और कहते हैं कि मां के पैरों के नीचे जन्नत होती है। मां के बिना जीवन अधूरा है। इस दिन बच्चे अपनी मां को अपनी भावनाएं प्रकट करने के लिए खास कोट्स और शायरी के जरिए अपनी ममता और प्यार जताते हैं। उदाहरण के लिए, “तेरे आंचल में मुझे बहुत सुकून मिलता है, जिंदगी खुशनुमा लगती है” जैसी पंक्तियां मां के प्रति सम्मान को दर्शाती हैं।
मदर्स डे न केवल परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि मां का प्यार अनमोल है और उनकी कद्र करनी चाहिए। बच्चे इस दिन अपनी मां के लिए कुछ खास करते हैं, चाहे वह गिफ्ट हो, उनके साथ समय बिताना हो या सिर्फ उनकी बातों को सुनना।
इस प्रकार मदर्स डे एक ऐसा उत्सव है जो मां के योगदान को सम्मानित करता है और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन हर कोई अपनी मां को “हैप्पी मदर्स डे” कहकर उनकी ममता का आदर करता है।