गोरखपुर, 14 दिसंबर 2025:
उत्तर प्रदेश सरकार की नंदिनी कृषक समृद्धि योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाना शुरू कर दिया है। पिपराइच ब्लॉक के बहरामपुर गांव की इंदु सिंह इसकी एक मिसाल हैं। इस योजना की मदद से उन्होंने 25 साहीवाल नस्ल की गायों की डेयरी शुरू की और आज रोज़ाना करीब 200 लीटर दूध का उत्पादन कर रही हैं।
इंदु सिंह पहले से ही पशुपालन से जुड़ी थीं, लेकिन नंदिनी योजना से जुड़ने के बाद उनके काम को नई दिशा और मजबूती मिली। योजना के तहत 25 उन्नत स्वदेशी नस्ल की गायों की डेयरी लगाने पर सरकार से 50 प्रतिशत तक की आर्थिक सहायता मिलती है। इंदु सिंह को भी इसी योजना के तहत मदद मिली, जिससे उनका निवेश आधा रह गया और डेयरी शुरू करना आसान हो गया।
इंदु ने ई-लॉटरी के जरिए वर्ष 2023-24 में इस योजना का लाभ लिया और साहीवाल नस्ल की 25 गायें खरीदकर डेयरी की शुरुआत की। इस परियोजना पर करीब 62.55 लाख रुपये खर्च हुए, जिसमें से लगभग 31.25 लाख रुपये की सहायता सरकार की ओर से दी जा रही है। आधी राशि उन्हें मिल चुकी है और बाकी भी जल्द मिलने की उम्मीद है।
साहीवाल नस्ल की गायों का दूध गुणवत्ता में बेहतर होने के कारण बाजार में 100 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है। इससे इंदु की आमदनी लगातार बढ़ रही है। डेयरी से न सिर्फ उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है, बल्कि चार स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला है।
इंदु सिंह बताती हैं कि डेयरी से जुड़कर उन्हें आर्थिक लाभ के साथ-साथ गोसेवा का संतोष भी मिल रहा है। पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार, इस योजना के तहत स्थापित डेयरियों में उन्नत तकनीक से कृत्रिम गर्भाधान किया जाता है, जिससे आगे चलकर दूध उत्पादन और बढ़ने की संभावना रहती है।
आने वाले समय को लेकर इंदु सिंह की योजनाएं भी बड़ी हैं। वह जल्द ही दूध से पनीर, खोया और मक्खन जैसे उत्पाद बनाने का काम शुरू करना चाहती हैं। साथ ही गोबर और गोमूत्र से जुड़े उत्पादों पर भी काम करने की तैयारी है। उनका सपना है कि उनकी डेयरी आसपास के पशुपालकों के लिए एक मॉडल बने और दूसरे लोग भी इससे प्रेरणा लें।






