
देहरादून, 29 सितंबर 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आयोजित ‘नरेन्द्र सिंह नेगी संस्कृति सम्मान’ समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार एसआर हरनोट को सम्मानित किया गया।
सीएम धामी ने कहा कि नरेन्द्र सिंह नेगी ने अपने गीतों से उत्तराखंड की आत्मा को स्वर दिया है। उन्होंने लोक जीवन की पीड़ा, संघर्ष, प्रेम और सौंदर्य को गीतों के माध्यम से अभिव्यक्त कर राज्य की सांस्कृतिक चेतना को नई ऊर्जा दी है। नेगी के गीतों में पलायन, पर्यावरण और पहाड़ी महिलाओं के संघर्ष जैसे विषय भी गहराई से झलकते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की लोक परंपराएं जागर, बेड़ा, मांगल, खुदेड़ जैसे गीत और ढोल, दमाऊ, हुरका, मशाक, तुर्री, भंकोरा जैसे वाद्य यंत्र हमारी जीवनशैली और भावनाओं का प्रतिबिंब हैं। बताया कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार लोक कला और संस्कृति को संरक्षित व समृद्ध करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। कोरोना काल में 3,200 सूचीबद्ध लोक कलाकारों को प्रतिमाह दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व अस्वस्थ कलाकारों को तीन हजार रुपये की पेंशन दी गई। साथ ही नई पीढ़ी को लोक संस्कृति से जोड़ने के लिए छह माह की प्रशिक्षण कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ‘उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान’, ‘साहित्य भूषण’ और ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ पुरस्कारों के माध्यम से उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मानित किया जा रहा है। स्थानीय भाषाओं और बोलियों के संरक्षण के लिए भी गंभीर प्रयास जारी हैं। कार्यक्रम में लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, एसपी सेमवाल, डॉ. नवीन बलूनी, डॉ. ईशान पुरोहित, अपर सचिव ललित मोहन रयाल सहित कई लोग मौजूद थे।