
पोर्ट ऑफ स्पेन, 5 जुलाई 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद एंड टोबैगो यात्रा के दौरान भारत और इस कैरेबियाई राष्ट्र के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम मिला। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों—नरेंद्र मोदी और कमला प्रसाद बिसेसर—के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद कुल 6 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, संस्कृति और खेल जैसे विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात कही गई।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा थी, जो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बना। बैठक में योग, खेल और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर भी चर्चा हुई, जिससे ‘पीपल-टू-पीपल कनेक्ट’ को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री बिसेसर के साथ आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, रक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे समकालीन विषयों पर भी गहन चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच तकनीकी, फार्मा, फूड प्रोसेसिंग और कृषि रिसर्च जैसे क्षेत्रों में सहयोग की बड़ी संभावनाएं हैं।
यात्रा के दौरान भारत ने OCI (ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया) कार्ड की पेशकश भी की, जिससे त्रिनिदाद एंड टोबैगो में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों को लाभ होगा। यह संबंध भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी तक फैला है।
भारत ने स्पष्ट किया कि वह त्रिनिदाद एंड टोबैगो के साथ तेजी से आगे बढ़ते रिश्ते को भविष्य की साझेदारी के रूप में देख रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम बिसेसर को भारत आने का आमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
दोनों देशों ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों—जैसे जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन—पर भी विचार साझा किए और सहमति जताई कि इन क्षेत्रों में मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इस यात्रा ने द्विपक्षीय रिश्तों को न सिर्फ मजबूती दी है, बल्कि भविष्य के लिए एक नई दिशा भी तय की है।






