
मयंक चावला
आगरा 21, मार्च 2025:
यूपी के आगरा जिले का एक वृद्धाश्रम जीवन की ढलती सांझ में खुशियों की सौगात का साक्षी बन गया। यहां अलग-अलग जगहों से अपनों का साथ छोड़कर रहने आए दो बुजुर्गों ने एक दूसरे को जीवन साथी के रूप में चुन लिया। सारे रीति रिवाज पूरे करने के लिए सभी ने हिस्सेदारी की और बाराती ज़नाती बनकर दावत भी खाई।
बीमार मां की देखरेख के दौरान 66 साल के मुन्ना और 57 की प्रीति में पनपा प्यार
आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में रामलाल वृद्धाश्रम है। यहां तमाम बुजुर्ग लोग रहते हैँ। हर एक की अपनी दास्तान है। इसी आश्रम मे 66 वर्ष के मुन्नालाल अपनी 90 साल की माता जी के साथ रहते हैं। मूल रूप से जालौन निवासी मुन्नालाल अपने परिवार से आहत हुए और वृद्ध मां को लेकर यहां आ गए। आश्रम मे रहने वालीं प्रीति लता भी बुलंदशहर की हैं। प्रीति अक्सर मुन्नालाल की बुजुर्ग मां की देखभाल किया करती थीं। इसी बीच दोनों के बीच नजदीकी बढ़ी और घूम-फिर कर बात शादी तक आ गई।
हल्दी-मेंहदी की रस्म हुईं, घोड़ा चढ़ा दूल्हा, आश्रम के साथियों ने संभाली जिम्मेदारी
सबकी सहमति बनी और दिन तय कर तैयारी शुरू कर दी गई। गुरूवार को आश्रम विवाह मंडप में तब्दील हो गया। मुन्नालाल घोड़े पर चढ़े बैंड बाजे वाले भी आए। इससे पूर्व बुधवार को बुधवार को दुल्हन बनी प्रीति लता की हल्दी और मेहंदी की रस्मे पूरी की गईं। विवाह के दिन आश्रम के बुजुर्ग साथी ही मेहमान बने कोई वर पक्ष की जिम्मेदारी संभाले था कोई वधू पक्ष की ओर से काम निपटा रहा था। फिलहाल मीडिया के लोग पहुंचे तो मुन्नालाल ने इस पर ख़ुशी जताई तो दुल्हन प्रीति लता ने मौन रहकर ही इसे सही कदम ठहराया।