जयपुर, 9 मई 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान से निपटने के लिए अपने सारे हथियारों को तैयार किया है, और ऐसे समय में जयपुर के जयगढ़ किले में रखी जयवाना तोप की अहमियत और बढ़ गई है। यह 18वीं सदी की तोप पाकिस्तान के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है, अगर कभी इसका इस्तेमाल किया जाए।
जयवाना तोप का वजन लगभग 50 टन है और इसकी मारक क्षमता कई किलोमीटर दूर तक है। इस तोप से 50 किलो तक के गोले दागे जा सकते हैं, जिनकी धमक से दुश्मन को भारी नुकसान हो सकता है। इस तोप का टेस्ट फायर एक बार किया गया था, और जब गोला दागा गया तो वह लगभग 35 किलोमीटर दूर जाकर गिरा। इस धमाके ने जमीन में एक गहरा गड्ढा बना दिया था, जो अब तालाब के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। यह तोप आज भी जयपुर के जयगढ़ किले में रखी हुई है, और प्रतिदिन हजारों पर्यटक इसे देखने आते हैं।
1720 में महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा बनाई गई इस तोप का उपयोग युद्ध में कभी नहीं किया गया, लेकिन इसकी ताकत के कारण यह आज भी भारतीय सेना के पास एक बहुत बड़ी शक्ति के रूप में मौजूद है। यदि कभी युद्ध की स्थिति बनती है, तो इस तोप के इस्तेमाल से पाकिस्तान के कई इलाकों में भारी तबाही मच सकती है।