नई दिल्ली, 4 जून 2025 —
भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद, कई देशों में फैली गलत धारणा को बदलने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस बारे में CPI(M) सांसद डॉ. जॉन ब्रिटास ने जानकारी दी है।
डॉ. ब्रिटास ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की तरफ से भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मलेशिया जैसे देशों का दौरा किया। इन देशों में यह धारणा थी कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई कर रहा है, जो कि पश्चिमी मीडिया रिपोर्टिंग की वजह से फैली थी। इस प्रतिनिधिमंडल ने वहां के लोगों और सरकारों तक सही तथ्य पहुंचाकर भारत की स्थिति स्पष्ट की और गलतफहमी दूर की।
सांसद ने कहा कि विपक्षी सदस्य जो इस आउटरीच प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां पूरी कर ली हैं और अब सरकार की बारी है कि वह संसद का विशेष सत्र बुलाकर जनता और विश्व समुदाय को पूरी जानकारी दे। उन्होंने यह भी कहा कि सभी दलों ने मिलकर एकजुट होकर काम किया और अब उम्मीद है कि सरकार भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएगी।
इसी कड़ी में विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। विपक्ष के नेताओं ने जोर देकर कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बात उठ रही है, तो संसद में भी इस पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए।
डॉ. ब्रिटास ने यह भी कहा कि मिशन का संदेश उन देशों तक पहुंच चुका है जहां दौरा किया गया और यह भारत के लिए एक बड़ी सफलता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह जनता और विश्व समुदाय को पूरी पारदर्शिता के साथ जानकारी प्रदान करे और जल्द से जल्द संसद का सत्र बुलाए।