इस्लामाबाद | 27 जून 2025
मोहर्रम की शुरुआत के साथ ही पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खलबली मच गई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हालात की गंभीरता को देखते हुए देश के सभी राज्यों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। यह कदम देश में संभावित आतंकी हमलों और धार्मिक तनाव की आशंका के चलते उठाया गया है।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में 2025-26 का संघीय बजट सफलतापूर्वक पारित कराया है, लेकिन इसके बावजूद उनकी चुनौतियां कम नहीं हुई हैं। मोहर्रम के दौरान धार्मिक जुलूसों और कार्यक्रमों के दौरान किसी भी तरह की चूक से बचने के लिए शरीफ ने सुरक्षा एजेंसियों को पहले से ही सख्त तैयारी के निर्देश दिए थे।
खास निर्देश आंतरिक मंत्री को दिए गए हैं कि पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, गिलगित-बाल्टिस्तान और आज़ाद कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाकों में किसी भी अप्रिय घटना को रोका जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि केंद्र और प्रांतीय एजेंसियों में आपसी तालमेल बना रहे।
हाल ही में दक्षिण वज़ीरिस्तान में एक आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान मेजर मुजीज अब्बास शाह की शहादत ने सरकार को और सतर्क कर दिया है। कैबिनेट मीटिंग में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और सरकार ने आतंकी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाने का संकल्प दोहराया।
इन घरेलू हालातों के बीच प्रधानमंत्री की अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत भी हुई, जिसमें क्षेत्रीय स्थिरता और द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा की गई। शरीफ ने ईरान-इज़राइल संघर्ष को रोकने में अमेरिका की भूमिका की सराहना की और भारत-पाक संबंधों में भी अमेरिका की मध्यस्थता की प्रशंसा की।
कुल मिलाकर, मोहर्रम को लेकर पाकिस्तान सरकार पूरी तरह सतर्क है और आतंकी खतरे से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।