लखनऊ, 29 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के हरदोई रोड इलाके में बसंतकुंज योजना में निर्मित भव्य ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ के नजदीक एक ही स्थान पर सोमवार को करीब डेढ़ सौ भेड़ों की मौत से हड़कंप मच गया। दर्जनों की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बताते हैं कि ये भेड़ें प्रेरणा स्थल के पास रविवार को चर रही थीं। उसके बाद रात से उनकी हालत बिगड़ने लगी।
स्थानीय सूत्रों और चरवाहों के मुताबिक पिछले दिनों प्रेरणा स्थल के लोकार्पण समारोह के बाद बचा हुआ भोजन बड़े पैमाने पर मैदान में फेंक दिया गया था। चराई के दौरान भूखी भेड़ें उसी भोजन को खा गईं, जिसके बाद कुछ ही देर में वे बीमार पड़ने लगीं। पहले उल्टियां और बेहोशी जैसे लक्षण आए। फिर एक-एक कर भेड़ों की मौत होने लगी। सोमवार सुबह तक करीब डेढ़ सौ भेड़ें तड़प-तड़पकर दम तोड़ चुकी थीं।
मृत भेड़ों के मालिक प्रदीप कुमार, विजय पाल, अजय पाल आदि फतेहपुर से कुछ दिन पहले अपने पशुओं के साथ यहां आए थे। उनके मुताबिक रात में जब जानवरों की हालत बिगड़ी तो उन्होंने देसी दवाइयों के जरिए इलाज की कोशिश की मगर फायदा नहीं हुआ। सुबह जब स्थिति भयावह हो गई तो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत सरकारी पशु चिकित्सा टीम को बुलाया।
एक एनजीओ से जुड़ीं कार्यकर्ता चारु ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकार्पण के दिन लंच बॉक्स बंटे थे। उनका बचा खाना बिना साफ किए यहीं फेंक दिया गया। वही खाने से भेड़ों को फूड प्वॉइजनिंग हुई है। यह प्रशासनिक लापरवाही का मामला है।

यह घटना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने के साथ सार्वजनिक आयोजनों के बाद साफ-सफाई और कचरे के प्रबंधन पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस हादसे को पर्यावरण व पशु सुरक्षा के नजरिए से भी गंभीर मान रहे हैं। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि भेड़ों की मौत की वजह क्या है।






