
लखनऊ, 25 अगस्त 2025 :
यूपी के कौशांबी जिले से विधायक पूजा पाल व सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच सियासी तकरार जारी है। पूजा पाल द्वारा सपा से जान का खतरा बताने पर अखिलेश ने गृहमंत्री को पत्र भेजकर जांच कराने की बात कहकर भाजपा पर दुष्प्रचार का आरोप लगाया था। वहीं अब पूजा पाल ने एक बार फिर से हमला बोला और कहा कि वो सीएम से इसलिए मिलीं कि उनके पति की हत्या सपा सरकार में हुई थी। अखिलेश सीएम बनने के लिए अपराधियों को दूध पिला रहे हैं। पीढियां इन्हें माफ नहीं करेंगी।

बता दें गत यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विधायक पूजा पाल ने सीएम योगी की तारीफ की थी। इसी के बाद उन्हें सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद पूजा पाल ने अपनी जान का खतरा बताकर हत्या की आशंका जताई थी और ये भी कहा था कि उन्हें कुछ होगा तो सपा और अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे। इसी आरोप पर प्रतिक्रिया देने के लिए सपा मुखिया ने रविवार को प्रेस वार्ता बुलाई और पलटवार किया था। उन्होंने भाजपा पर पूजा पाल को मोहरा बनाकर सपा के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। वहीं बताया कि गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर जान के खतरे के आरोप की जांच की मांग की गई है।
इसके बाद पूजा पाल ने अपने एक्स हैंडल से एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि आपने जो कहा है कि भाजपा मुझे मंत्री बनाये तो मुझे मन्त्री बनने की चाहत नहीं है, बल्कि अपने पति के हत्यारों को सजा दिलाना उद्देश्य था। सीएम योगी ने मुझे न्याय दिया और मेरे पति के हत्यारों को मिट्टी में मिला दिया और मेरे जीवन का मकसद पूरा हुआ, किन्तु आप मुख्यमंत्री बनने के लिये आज भी अपराधियों को संरक्षण दे करके जो पाप कर रहे हैं, जिनको दूध पिला रहे हो, आने वाली पीढ़ियां कभी आपको माफ नहीं करेगीं।
सीएम से मिलकर आने के बाद जान का खतरा बताने के सवाल का जवाब देते हुए पूजा पाल ने कहा कि शायद सपा मुखिया भूल गये जब मेरे पति की दौड़ा-दौड़ाकर हत्या की गयी और प्रयागराज शहर के मुख्य मार्गो पर एके 47 से फायरिंग कर आतंक फैलाया गया, उस समय राज्य में समाजवादी पार्टी की ही सरकार थी, उसके बाद से आज तक किसी की सरकार रही हो, इस तरह का पाप कभी नहीं हुआ, इसलिये मुझे भय है कि समाजवादी पार्टी के पोषित माफिया व गुंडे मेरी हत्या करा सकते हैं।






