
पटना, 23 मार्च 2025
बिहार में एक प्रमुख मुस्लिम संगठन ने घोषणा की है कि वह वक्फ विधेयक के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के “समर्थन” के विरोध में उनके ‘इफ्तार’ के निमंत्रण को ठुकरा रहा है। इमारत शरिया, जो दावा करती है कि उसके अनुयायी बिहार, झारखंड और ओडिशा में हैं, ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित होने वाले ‘इफ्तार’ के निमंत्रण के जवाब में पत्र की एक प्रति साझा की।पत्र में लिखा है, “23 मार्च को सरकारी इफ्तार में शामिल न होने का निर्णय लिया गया है… यह निर्णय वक्फ विधेयक के प्रति आपके समर्थन को देखते हुए लिया गया है, जिससे मुसलमानों का आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ापन बढ़ने का खतरा है।”
इमारत शरिया ने आरोप लगाया, “आप एक धर्मनिरपेक्ष शासन का वादा करके सत्ता में आए थे, जिसमें अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की जाएगी। लेकिन भाजपा के साथ आपका गठबंधन और एक ऐसे कानून का समर्थन जो असंवैधानिक और अतार्किक है, आपकी घोषित प्रतिबद्धताओं के खिलाफ है।”
मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित ‘इफ्तार’ को ‘प्रतीकात्मक’ बताते हुए इसमें कहा गया है, ‘मुसलमानों की चिंताओं के प्रति आपकी सरकार की उदासीनता ऐसे औपचारिक समारोहों को निरर्थक बना देती है।’
कुमार या उनकी पार्टी जद (यू) की ओर से इस घटनाक्रम पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो हमेशा मुस्लिम वोटों पर निर्भर रहा है और नेता की “धर्मनिरपेक्ष” साख का फायदा उठाता रहा है। पार्टी केंद्र के साथ-साथ राज्य में भी भाजपा के साथ सत्ता साझा करती है, जहां इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।






