बिहार, 2 नबंवर 2024
किसी राजनीतिक दल के संस्थापक के रूप में पहली बार जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार में होने वाले चुनाव के लिए पूरे बिहार में छोटी-छोटी रैलियाँ कर रहे हैं। दो दिग्गजों – नीतीश कुमार की जेडीयू और तेजस्वी यादव की राजद के खिलाफ, राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने किशोर प्रतिद्वंद्वियों पर प्रहार करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। अपने नये राजनीतिक अभियान में, जन सुराज के संस्थापक किशोर ने बिहार के लोगों से तीन वादे किए। इसमें बुजुर्गों के लिए मासिक पेंशन, युवाओं के लिए नौकरियां और राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा शामिल है।
एक सभा को संबोधित करते हुए, किशोर ने कहा कि एक बार सत्ता में आने के बाद, जन सुराज सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि जो लोग अकुशल हैं नौकरियों की तलाश में बिहार से बाहर जा रहे हैं, उन्हें राज्य में समान नौकरियां मिलेंगी और वे प्रति व्यक्ति 10,000 रुपये से 12,000 रुपये तक महीना कमा सकेंगे। जन सुराज संस्थापक ने तब मासिक पेंशन राशि को पांच गुना बढ़ाने का वादा किया था। उन्होंने कहा, “नीतीश सरकार भीख बांटने की तरह 400 रुपये पेंशन दे रही है। हमारी सरकार बनने पर हम 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष, महिला को प्रति माह 2,000 रुपये पेंशन देंगे।”
किशोर ने आगे कहा कि अच्छी शिक्षा के बिना गरीबी दूर नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “जब तक बिहार के सरकारी स्कूल बेहतर नहीं हो जाते, 14 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में राज्य प्रायोजित शिक्षा मिलेगी।”
बता दे कि बिहार में अगले साल नवंबर के आसपास चुनाव होंगे जहां जन सुराज का मुकाबला एनडीए (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी-आरवी, एचएएम) और इंडिया ब्लॉक (कांग्रेस, राजद, सीपीआईएम) से होगा। चूँकि पलायन और गरीबी बिहार के लिए दो सबसे बड़ी चिंताएँ हैं जो दशकों से अनसुलझी हैं, किशोर इन बड़े मुद्दों पर वादे करके राज्य के लोगों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, केवल नतीजे ही बताएंगे कि आने वाले चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को कितनी सफलता मिलेगी।