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प्रयागराज रेलवे स्टेशन का भीड़ नियंत्रण मॉडल बना अन्य स्टेशनों के लिए मिसाल

अमित मिश्र

महाकुंभ नगर, 17 फरवरी 2025:

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ ने 12 साल पहले 2013 महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जंक्शन पर हुई त्रासदी की यादें ताजा कर दीं। मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में 42 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 46 से अधिक घायल हुए थे। ठीक 12 वर्ष बाद, 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ के अनियंत्रित होने से 18 लोगों की जान चली गई।

हालांकि, इस बार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए ठोस और व्यवस्थित इंतजाम किए गए हैं, जो अन्य रेलवे स्टेशनों के लिए एक मिसाल बन रहे हैं। प्रयागराज के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों सूबेदारगंज, शिवकुटी, नैनी और फाफामऊ पर भी इसी तरह के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिससे भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित किया जा सके।

बड़े पंडाल में यात्रियों के लिए आरामदायक इंतजाम

प्रयागराज रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को पहले स्टेशन के बाहर एक बड़े पंडाल में रोका जाता है। इस पंडाल में हजारों कुर्सियां लगाई गई हैं, जहां यात्रियों के लिए पानी, मोबाइल चार्जिंग और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। खासकर बुजुर्गों और महिलाओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

ट्रेन आगमन से पहले अनाउंसमेंट और क्रमबद्ध प्रवेश

ट्रेन के आने से पहले यात्रियों को सूचित करने के लिए लगातार अनाउंसमेंट किए जा रहे हैं। ट्रेन के नंबर, प्लेटफार्म और आगमन समय की सटीक जानकारी दी जाती है। जिन यात्रियों की ट्रेन आने वाली होती है, उन्हें पहले से ही पंडाल से निकालकर प्रवेश गेट के पास लाया जाता है। बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिए बैठने की अलग से व्यवस्था की गई है।

मुख्य प्रवेश द्वार पर एक-एक कर एंट्री

स्टेशन के मुख्य द्वार पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, जो यात्रियों को एक-एक करके अंदर प्रवेश दे रहे हैं। इस प्रक्रिया से स्टेशन परिसर में भीड़ अनियंत्रित नहीं हो रही और लोगों को आराम से प्रवेश मिल रहा है।

प्लेटफार्म पर पीली रेखा के भीतर बैठने की व्यवस्था

खुसरो बाग की ओर से प्रवेश करने वाले यात्रियों को प्लेटफार्म पर पहले से खींची गई पीली रेखा के भीतर बैठाया जाता है। सुरक्षा बल लगातार अनाउंसमेंट कर यात्रियों को संयम बनाए रखने और ट्रेन के आगमन तक अपनी जगह पर ही रहने की सलाह देते हैं। यात्रियों को आश्वस्त किया जाता है कि सभी को क्रमबद्ध तरीके से ट्रेन में बैठने दिया जाएगा।

प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर अपनाए गए इस व्यवस्थित भीड़ नियंत्रण मॉडल को अन्य रेलवे स्टेशनों के लिए मिसाल माना जा रहा है। कुंभ मेले के दौरान यहां भारी भीड़ उमड़ रही है, फिर भी प्रशासन के प्रयासों से भगदड़ जैसी कोई अप्रिय घटना नहीं हो रही।

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