लखनऊ, 23 अप्रैल 2025 :
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हमले में निर्दोष पर्यटकों को धर्म पूछकर गोली मारना केवल एक आतंकी कृत्य नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता और मानवता पर सीधा हमला है। इस क्रूर घटना के विरोध में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शनों की लहर दौड़ पड़ी है।
ऐशबाग ईदगाह में शोक सभा का आयोजन किया गया, जहां दारुल उलूम फरंगी महल ईदगाह में आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इस मौके पर विशेष दुआ कराई और हमले की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अनूप जायसवाल के नेतृत्व में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद का पुतला जलाकर पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ नारेबाजी की। जायसवाल ने कहा, “यह हमला पाकिस्तान की खुली साजिश है, अब भारत को निर्णायक जवाब देना होगा।”
गोरखपुर: अलीपुर चौराहे पर नागरिकों ने आतंकवाद का पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया। नगर पंचायत उनवल में भी सैकड़ों नागरिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी। सामाजिक कार्यकर्ता इन्द्र कुमार निगम ने कहा, “भारत की सेना इस हमले का ऐसा जवाब देगी जिसे पाकिस्तान हमेशा याद रखेगा।”
आगरा: अटल चौक पर भाजपा पार्षद राकेश कन्नोजिया के नेतृत्व में पाकिस्तान का पुतला जलाया गया। प्रदर्शन में भाजपा नेताओं ने कहा कि अब और सहन नहीं किया जाएगा — “अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए।”
मिर्ज़ापुर: हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की। पूर्व जिला संयोजक अमित श्रीनेत ने कहा, “धर्म के आधार पर हत्या मानवता के खिलाफ युद्ध है — अब इन क्रूर आतंकवादियों का समूल नाश ज़रूरी है।”
अमेठी: रामगंज बाजार में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध दर्ज किया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। व्यापारी नेता दीपक ने कहा, “अब निर्णायक कार्रवाई का समय आ गया है, देश की जनता इस बार चुप नहीं बैठेगी।”
इन सभी प्रदर्शनों से स्पष्ट है कि देशवासी अब आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। जनता केंद्र सरकार से उम्मीद कर रही है कि ऐसे कायराना हमलों का माकूल जवाब दिया जाए और आतंक की जड़ों को हमेशा के लिए उखाड़ फेंका जाए।