
बाराबंकी, 14 अक्टूबर 2025:
यूपी के बाराबंकी जिले में नगर कोतवाली क्षेत्र की लक्ष्मणपुरी कॉलोनी में रहने वाले मशहूर कपड़ा व्यापारी नीरज जैन (50) की खुदकुशी के मामले में भाई धीरज जैन ने केस दर्ज कराया है। इसमें शहर में रहने वाले सेवानिवृत्त दरोगा और उसके बेटे समेत सात सूदखोरों को आरोपी बनाया गया है। भाई का कहना है कि ये लोग वसूली के लिए लगातार धमका रहे थे।
बता दें नीरज जैन मूल रूप से शहर के सरावगी मोहल्ला के रहने वाले थे और धनोखर चौराहे पर ‘कल्पना साड़ी सेंटर’ नाम से दुकान चलाते थे। वे अपने परिवार के साथ लक्ष्मणपुरी कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे थे। रविवार रात करीब 9:30 बजे नीरज दुकान से घर लौटे, और 11:30 बजे पड़ोसियों ने फायरिंग की आवाज सुनी। जब लोग मौके पर पहुंचे तो नीरज फर्श पर खून से लथपथ हालत में पड़े थे, उनके हाथ में लाइसेंसी रिवॉल्वर थी। गोली कनपटी से पार हो गई थी, और कमरे की दीवारें खून से सनी हुई थीं। पुलिस को कमरे से तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला था।
फिलहाल इस मामले में भाई धीरज जैन ने सात लोगों पर एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें पीरबटावन निवासी रंजीत शुक्ला के साथ लखपेड़ाबाग नीम चौराहा निवासी सेवानिवृत्त दरोगा उमाकांत उपाध्याय व उसका बेटा सत्येंद्र उर्फ बबलू, अमरीश रस्तोगी, वीर बहादुर आवास विकास, शुभम वर्मा विजय नगर व रंजीत बलराम को नामजद किया गया है। मृतक केनभाई धीरज का आरोप है कि आरोपियों ने 10 प्रतिशत ब्याजनके साथ रकम देने के लिए दुकान पर आकर धमकी दी थी। कहा खुद गोली मार लो वरना हम गोली मार देंगे। गालियां देकर अपमानित किया इसी धमकी से तंग आकर भाई नीरज ने सुसाइड कर लिया।