
आगरा, 23 मार्च 2025
राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के हालिया बयान के बाद हिंदुत्ववादी सियासत में हलचल मच गई है। उनके बयान पर आक्रोश जताते हुए कई जगहों पर उनके पुतले जलाए गए, जबकि कुछ संगठनों ने थानों में तहरीर भी दी। हालांकि, इस पर सफाई देते हुए रामजीलाल सुमन ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उनका संदेश था कि देश में आपसी सदभाव बना रहे और बाबर, औरंगजेब जैसे मुद्दों पर दिए जा रहे बयानों को बंद किया जाए।
रामजीलाल सुमन ने यह भी कहा कि उनका बयान गृहमंत्री के कामकाज पर चर्चा करते हुए दिया गया था, जिसमें उन्होंने कहा कि देश एक घर है, और इसमें सामाजिक सौहाद्र्र बनाए रखना आवश्यक है। सांसद का कहना था कि विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग अलग-अलग पूजा पद्धतियों, इबादत के तरीकों को मानते हैं, लेकिन गृहमंत्री का कर्तव्य यह होना चाहिए कि धर्म और जाति के नाम पर टकराव न हो, और देश के लोग प्यार और मुहब्बत से रहें।
सुमन ने आगे कहा कि होली के त्योहार पर मुसलमानों की ओर से कोई विवादास्पद बयान नहीं आया, फिर भी उनके खिलाफ बयानबाजी होती रही। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कई नेताओं ने कहा कि मुसलमानों को होली से दिक्कत है तो वे अपना घर बंद कर लें या पाकिस्तान चले जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बयानबाजी देश के समाज को तोड़ती है और धर्म-जाति के नाम पर लोगों को लड़ाती है। उनका कहना था कि बाबर के खिलाफ दिए जा रहे बयानों से किसी को लाभ नहीं होगा, क्योंकि बाबर को देश में लाने वाला राणा सांगा था, यह इतिहास की सच्चाई है।






