
अबू धाबी, 4 जुलाई 2025:
भारतीय आमों की सुगंध अब सीमाएं पार कर दुबई तक पहुंच चुकी है। अबू धाबी में गुरुवार को ‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य भारतीय आमों के निर्यात को बढ़ावा देना और खाड़ी देशों में बसे भारतीय समुदाय को उनके अपने देश के स्वाद से जोड़ना था। इस आयोजन को APEDA (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) ने लुलु ग्रुप और भारतीय दूतावास के सहयोग से आयोजित किया।
इस उत्सव में बनारसी लंगड़ा, दशहरी, चौसा, मालदा, आम्रपाली, सुंदरजा, मल्लिका, लक्ष्मण भोग, वृंदावनी सहित दर्जनों जीआई टैग वाले आमों की किस्मों को प्रदर्शित किया गया। इस खास आयोजन का उद्घाटन भारत के राजदूत संजय सुधीर और लुलु ग्रुप के अध्यक्ष यूसुफ अली ने लुलु हाइपरमार्केट और खालिदिया मॉल में संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में APEDA के डिप्टी जीएम डॉ. सी.बी. सिंह और भारतीय दूतावास के वाणिज्य सलाहकार रोहित मिश्रा समेत कई प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
APEDA अध्यक्ष अभिषेक देव ने बताया कि संस्था ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से आमों को हवाई मार्ग से मंगाने में सहायता की। इस पहल का उद्देश्य न केवल भारतीय आमों की विविधता का प्रदर्शन करना है, बल्कि किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने का अवसर भी देना है।
आमों के अलावा इस फेस्टिवल में आम से बने विशेष व्यंजन जैसे मैंगो पुलाव, मैंगो फिश करी, मैंगो फ्रिटर्स, रायता, केक, पेस्ट्री और पेय पदार्थों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे भारतीय आम की बहुआयामी उपयोगिता का पता चला।
राजदूत संजय सुधीर ने इसे भारत की कृषि समृद्धि को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने वाला अवसर बताया, वहीं लुलु ग्रुप ने इसे भारतीय उपज को बढ़ावा देने वाला एक सफल प्रयास कहा।