
नई दिल्ली, 7 मई 2025:
पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, जिसके तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से लेकर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर तक फैले आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। यह ऑपरेशन पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए बर्बर हमले का पबदला है, जिसमें कई महिलाओं ने अपने सिंदूर (पति) को खो दिया।
बायसरन घाटी में आतंकियों ने पहचान पूछकर सिर्फ पुरुषों को गोली मारी थी। इस हमले का उद्देश्य खास तौर पर हिंदू पुरुषों को निशाना बनाना और उनके परिवारों के सामने उनका सिंदूर छीन लेना था। आतंकियों ने महिलाओं के सामने उनके पतियों की निर्मम हत्या की और यह संदेश दिया कि उनका मकसद धर्म विशेष को निशाना बनाना है।
भारतीय संस्कृति में सिंदूर सुहाग का प्रतीक माना जाता है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम इन शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों की पीड़ा को ध्यान में रखकर रखा गया। यह ऑपरेशन उन सुहागिनों को न्याय दिलाने का प्रयास है जिनकी मांग इस हमले में सूनी कर दी गई।
भारतीय सेना ने अपने सटीक और प्रभावशाली हमले से स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और आतंकवाद के खिलाफ उसकी कार्रवाई सीमाओं में बंधी नहीं है। सेना की इस कार्रवाई से आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को कड़ा संदेश गया है कि वे कहीं भी छिप जाएं, भारत उन्हें छोड़ेगा नहीं।
मालूम हो कि गत 22 अप्रैल को पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इस जघन्य हमले में 25 भारतीय पुरुषों और एक नेपाली युवक की जान गई थी। हमले की सबसे भयावह बात यह थी कि आतंकियों ने पहले धर्म पूछा और फिर केवल पुरुषों को निशाना बनाकर गोली मारी।