लखनऊ, 8 अप्रैल 2025:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत काशी प्रवास के बाद मंगलवार सुबह लखनऊ पहुंचे। चारबाग स्टेशन पर सुबह करीब साढ़े छह बजे ट्रेन से उतरने के बाद वे सीधे राजेंद्र नगर स्थित भारती भवन पहुंचे।
भारती भवन में सुबह 9 बजे तक चली बैठक में अवध प्रांत के अध्यक्ष कौशल समेत अन्य पदाधिकारी और स्वयंसेवक मौजूद रहे। बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष 2025 की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। संघ प्रमुख की यह यात्रा संघ के आगामी शताब्दी वर्ष के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि संघ अपने 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अक्टूबर-नवंबर 2025 से एक विशेष अभियान चलाएगा। इस अभियान के तहत समाज के बीच जाकर संघ के योगदान और इतिहास को घर-घर पहुंचाया जाएगा।
बैठक में सामाजिक समरसता, सेवा कार्य और राष्ट्र निर्माण से जुड़े भविष्य के कार्यक्रमों पर भी मंथन हुआ। संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से समाज में व्यापक संवाद स्थापित करने और सेवा कार्यों को और अधिक सक्रिय रूप से आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
बैठक समाप्त होने के बाद मोहन भागवत लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए, जहां वे कबीरधाम में राष्ट्रीय संत असंग देव महाराज से आशीर्वाद लेंगे। संत असंग देव कबीरपंथी परंपरा के प्रमुख संत हैं, जिनके पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में लाखों अनुयायी हैं।