टोंक,14 जनवरी 2025
राजस्थान के टोंक जिले में समरावता थप्पड़ कांड की जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य निरुपम चकमा कलेक्टर सौम्या झा और एसपी विकास सांगवान के साथ पहुंचे। उन्होंने समरावता मामले से जुड़ी अधिकारियों की बैठक के वीडियो फुटेज देखे और घटनाक्रम की समीक्षा की। आयोग के सदस्य ने कहा कि इस मामले में यह जांच की जाएगी कि क्या किसी बाहरी साजिश का हाथ था और क्या इस घटना को रोका जा सकता था। आयोग की टीम समरावता गांव जाकर ग्रामीणों के बयान दर्ज करेगी और प्रकरण से जुड़े तथ्यों की पुष्टि करेगी।
समरावता थप्पड़ कांड 13 नवंबर को हुआ था, जब उपचुनाव के दिन मतदान केंद्र पर हिंसा और उपद्रव हुआ था। इस घटना में पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें आगजनी, लाठीचार्ज जैसी घटनाएं घटीं। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को इस मामले में शिकायत मिलने के बाद आयोग ने जांच शुरू की। समरावता कांड में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अभी भी जेल में बंद हैं, जबकि अन्य आरोपियों की जमानत हो चुकी है।