
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 4 जुलाई 2025:
यूपी के वाराणसी जिले में रूपापुर के होटल में युवती की हत्या उसके ही प्रेमी ने की थी। युवती शादी का दबाव बनाकर अक्सर रुपये मांगती रहती थी। इसी से आजिज आकर गला रेत दिया। प्रदर्शन व चक्का जाम के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इस हत्या का राजफाश किया है। गिरफ्तार युवक मिर्जापुर का निवासी है और वो सूरत की एक कपड़ा फैक्टरी में काम करता था। पुलिस ने इस मामले में होटल मैनेजर समेत चार लोगों को भी हिरासत में लिया है।
शादी समारोह में शुरू हुआ था प्रेम प्रसंग
शादी समारोह से शुरू हुए इस प्रेम प्रसंग का अंत एक ढाबे के कमरे में खून से सनी लाश के साथ हुआ। वाराणसी के मिर्जामुराद की MSc छात्रा अलका बिंद (22) की निर्मम हत्या का खुलासा हो गया जब पुलिस ने उसके बॉयफ्रेंड साहब बिंद को 27 घंटे की तलाश के बाद गुरुवार की देर रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। साहब ने कबूला कि शादी का दबाव और बार-बार पैसे की मांग से तंग आकर उसने अलका का गला रेत दिया।
होटल के कमरे में मिली लाश, CCTV ने खोला राज
2 जुलाई की शाम 4 बजे नेशनल हाईवे पर रूपापुर के होटल विधान बसेरा ढाबे के एक कमरे में अलका की लाश कंबल में लिपटी मिली। होटल स्टाफ को शक तब हुआ, जब शाम तक कमरा खाली नहीं हुआ। सफाई के लिए गए कर्मचारी ने बेड पर लाश देखी और पुलिस को सूचना दी। पास ही ढाबे के किचन से लिया गया खून से सना चाकू बरामद हुआ, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। CCTV फुटेज में साहब कमरे में जाता दिखा, जिसने पुलिस को उस तक पहुंचाया।
मर्डर के बाद लाश कंबल में लपेटी, आईडी मोबाइल लेकर हुआ था फरार
पुलिस हिरासत में साहब ने बताया कि वह सूरत की कपड़ा फैक्ट्री में काम करता है। 2024 में एक शादी समारोह में अलका से मुलाकात हुई थी। दोनों में बातचीत शुरू हुई और प्यार परवान चढ़ा। साहब ने कहा, “अलका शादी का दबाव बना रही थी। मेरी छोटी-सी नौकरी थी, मैं तैयार नहीं था। वह बार-बार पैसे मांगती थी। मैंने पहले दिए, लेकिन कब तक देता?” साहब ने 30 जून को फोन पर अलका को 2 जुलाई को होटल बुलाया। वहां झगड़े के बाद गुस्से में उसने चाकू से अलका की गर्दन रेत दी। खून से लथपथ लाश को कंबल में लपेटकर वह उसका पहचान पत्र और मोबाइल लेकर भागा, ताकि पहचान छिपे।
बहन के घर मे छिपा था आरोपी, पिस्टल छीनकर भागा तो पुलिस ने गोली मारकर पकड़ा
पुलिस ने CCTV, फिंगरप्रिंट्स और अलका के मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर साहब को ट्रेस किया। भदोही में उसकी बहन के घर छिपे साहब को पुलिस ने घेर लिया। पुलिस अफसरों के मुताबिक, साहब को थाने लाया जा रहा था। मिर्जामुराद के पास साहब ने पुलिस की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन गोली लगने से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ढाबा मैनेजर समेत चार लोगों को भी हिरासत में लिया है।
नाराज परिवार ने हाईवे पर किया था प्रदर्शन
अलका के परिवार ने हत्या के बाद वाराणसी- प्रयागराज हाईवे पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने होटल पर बुलडोजर चलाने की मांग की। तीन घंटे बाद पुलिस के आश्वासन पर जाम खुला। अलका खोचवा स्थित कॉलेज में MSc की पढ़ाई कर रही थी। उसकी सहेलियों ने पुलिस को बताया कि वह साहब से अक्सर मिलती थी।