लखनऊ 22 अप्रैल 2025:
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बार फिर से सरकार को घेरा। शिक्षा के निजीकरण, बढ़ती हुई फीस व मुद्रा योजना पर सवाल उठाए। उन्होंने थानों में जाति के आधार पर तैनाती करने का आरोप फिर दोहराया।
शिक्षा में राजनीति का बढ़ रहा हस्तक्षेप
सपा मुखिया पार्टी कार्यालय में मंगलवार को मीडिया से रूबरू हुए।इस दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि देश भर में सबसे ज्यादा शिक्षा का निजीकरण दिल्ली व यूपी में हो रहा है। स्कूल,कॉलेज के साथ मेडिकल व इंजीनियरिंग के संस्थानों में बेतहाशा फीस बढ़ती जा रही है। युवा जान चुका है कि पढ़ लिख कर भी उसका भविष्य नहीं संवरने वाला। शिक्षा में राजनीति का हस्तक्षेप इस कदर बढ़ गया कि अगर आप किसी विचारधारा से नहीं जुड़े है तो नौकरीं नहीं मिलने वाली।
थानों में तैनाती में पीडीए की उपेक्षा का मुद्दा रखा
उन्होंने एक बार फिर प्रदेश के थानों में जाति के आधार पर तैनाती करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर तैनाती में गलती हुई है तो उसे सुधारना चाहिए। एक अधिकारी को आगे कर वेबसाइट से डाटा डिलीट करवा दिया गया। उन्होंने हाल ही में हुए तबादलों पर भी सरकार को घेरा।
सरकार जनता का ध्यान भटका रही
कहा कि जब केंद्र सरकार संसद में वक्फ संशोधन बिल लाई थी तब भी हमने इसका विरोध किया था और अब भी विरोध कर रहे हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार इस बिल के जरिये अपनी नाकामियां छिपा रही है। सरकार तरह-तरह के मुद्दे उठाकर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।